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बलरामपुर:नव संवत्सर के अवसर पर श्रीराम राज्याभिषेक कार्यक्रम का आयोजन



अखिलेश्वर तिवारी 

जनपद बलरामपुर में 22 मार्च को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘‘चैत्र नवरात्रि, भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत 2080 एवं भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक‘‘ का उत्सव मनाया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने मुख्य अतिथि रामशंकर द्धिवेदी पूर्व निदेशक दीनदयाल शोध संस्थान गोण्डा एंव सम्मानित अतिथि इंदु भूषण जायसवाल वरिष्ठ आयकर अधिवक्ता तथा प्रबन्धक सरस्वती शिशु मंदिर, बलरामपुर को विद्यालय के छात्राओं द्वारा रोली टीका करवाकर स्वंय बैज एवं बुके देकर स्वागत व अभिनंदन किया। तत्पश्चात् विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक सहित आये हुए मुख्य अतिथि एवं सम्मानित अतिथि ने भगवान श्रीराम दरबार के चित्र पर माल्यापर्ण करके द्धीप प्रज्जवलित कर आरती उतारी । प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने बताया कि त्योहारों की धरती भारत में ‘‘हिन्दू नववर्ष‘‘ का खास महत्व है। चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को वर्ष प्रतिपदा या युगादित भी कहा जाता है। इस दिन हिन्दु नव वर्ष का आरम्भ होता है, कहते है शालिवाहन नामक एक कुम्हार-पुत्र ने मिट्टी के सैनिको की सेना से शत्रुओं का पराभव किया था। इसे विजय के प्रतीक के रूप में शालिवाहन शक का प्रारंभ इसी दिन से होता हे। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में ‘उगादि‘ महाराष्ट्र मे यह पर्व ‘गुडी पड़वा‘ के रूप में मनाया जाता है। किवदंतियों के अनुसार इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था, तो इसी दिन से नया संवत्सर (नवसंवत्सर) भी शुरू होता है। शुक्ल प्रतिपदा का दिन चंद्रमा की कला का प्रथम दिवस माना जाता है। जीवन का मुख्य आधार वनस्पतियों को सोमरस चंद्रमा ही प्रदान करता है, और इसे ही औषधियों और वनस्पतियों का राजा कहा गया है। संभवतः इसलिए इस दिन को वर्षारंभ माना जाता है। आज ही के दिन से माँ दुर्गा का व्रत पूजन भी आरंभ होता है। मुख्य अतिथि ने सभी अध्यापक अध्यापिकाओं तथा छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने सनातन धर्म के संस्कार को सदैव अपनाना चाहिए। ‘‘चैत्र नवरात्रि, भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत 2080 एवं भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक‘‘ के अवसर पर विद्यालय में मुख्य अतिथि एवं सम्मानित अतिथि का विद्यालय के छात्राओं मे आकृति, कृष्णा, आन्या ,प्रतिभा, दर्शिका एवं फैजा ने स्वागत गीत गाकर के अभिनंदन किया। तत्पश्चात् एक समूह नृत्य गीत-यह हिन्दू नव वर्ष है प्रस्तुत हुआ जिसमें वैष्णवी (भारत माता), श्रृष्टि(भगवान राम जी), काव्या (सीता जी), आरोही (लक्ष्मण जी) एवं मोहनी, चित्रांश, रिया, विराट एवं तनमय ने अयोध्यावासी का अभिनय किया। इसी क्रम में एक समूह गीत-नव वर्ष की शुभकामनाएं कक्षा-5 के विद्यार्थियों में वैष्णवी, स्वीकृति, देव, यशी आदि ने प्रस्तुत किया। इसी क्रम में एक अन्य समूह गीत-आरंभ का अंत हो जाना नया साल है जिसमें कक्षात्-4 के विद्यार्थियों में अभ्युदय, मिनाक्षी, आस्था एवं वर्णित ने बड़े ही मनमोहक ढंग से प्रस्तुत किया। अंत में विद्यालय के अध्यापक त्रिलोकी नाथ शुक्ला, हीरालाल चौरसिया, राघवेन्द्र त्रिपाठी एवं मनोरमा चौरसिया ने हिंदु नव वर्ष के उपलक्ष्य में अपना-2 विचार प्रस्तुत किया।  अंत में प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें विद्यालय समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं तथा समस्त छात्र/छात्राओं को 22 मार्च से शुरू होने वाले नव वर्ष संवत 2080 के लिए हार्दिक बधाई व शुभकामनाए दी । साथ ही  इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, संन्तोष श्रीवास्तव एक्टीविटी इंचार्ज राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त शिक्षकध् शिक्षिकओं आदि नें ‘‘चैत्र नवरात्रि, भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत 2080 एवं भगवान श्री राम का राज्याभिषेक‘‘ पर्व उत्साह पूर्वक मनाया गया।

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