कलयुग में मोक्ष का एकमात्र साधन श्रीमद् भागवत कथा:देवी सत्यार्चा




रजनीश / ज्ञान प्रकाश 

करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज नगर क्षेत्र के मोहल्ला गाड़ी बाजार में बृहस्पतिवार की शाम से प्रारंभ हुए श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में वृन्दावन धाम से पधारी कथा वाचक देवी सत्यार्चा  ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा कलयुग में मोक्ष का एकमात्र साधन है। 


पवित्र भूमि नैमीशारण्य में सूत जी ने 88000 ऋषियों को यह कथा सुनाई थी। भक्ति महारानी का दुख इसी कथा से दूर हुआ और धुंधुकारी जैसा प्रेत भी इसी भागवत कथा को सुनकर मुक्त हुआ। इस कथा को सुनने से 4 पुरुषार्थों की पूर्ति होती है और यह कथा चार प्रकार की मुक्ति देने वाली है। 


कलयुग में इस कथा को श्रवण करने से मोक्ष प्राप्त होता है और आज के इस कलयुग में घोर पाप, अत्याचार हो रहे हैं। जिसमें हर मानव बिना उस पापाचार में शामिल हुए भी उस पाप का अंश बनता जा रहा है। जिस प्रकार दुनिया में पाप बढ़ता जा रहा है।


 इंसान ही इंसान का दुश्मन होता जा रहा है। जिन जानवरों को पूजा जाता है उनको शिकार बनाकर मुंह का निवाला बनाया जाता है। व्यभिचार, लालच व धन कमाने की लालसा लोगों में बढ़ती जा रही है, जो पाप को जन्म देती है। इससे दूर होने और पापों का प्रायश्चित करने के लिए सत्संग का मार्ग अपनाना होगा। 


यह कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा कार्यक्रम में संतोष श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, रोहित सोनी, मीना श्रीवास्तव, ज्योति गुप्ता, बबीता, रेखा श्रीवास्तव, शशांक, समीर, गिरीशचंद्र, अतुल गुप्ता, श्याम मोहन सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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