जबकि पूर्व में आत्मदाह जैसी घटना घटित हो चुकी है इसके बावजूद प्रसासन बना मूकदर्शक
आनंद गुप्ता
पलिया कलां खीरी। गौरीफंटा बॉर्डर पर टैक्सी गैंग फिर से सक्रिय हुआ है टैक्सी गैंग माफिया के लोग आए दिन ओवरलोड टैक्सी और माल वाहक गाड़ी चला रहे है और विभाग अपनी सुस्त कार्यप्रणाली के तहत मौन धारण किए हुए है ।
प्रशाशन और विभाग का कोई भी डर इन टैक्सी चालकों में देखने को नहीं मिलता है सूत्रों की माने तो ग्वारीफंटा चौकी और एसएसबी कैंप के सामने से होते हुए टैक्सी परिचालक टैक्सी लेकर जाते है और टैक्सी में किराना समान, हार्डवेयर आइटम ,कपड़ा,और तंबाकू पान पुढिया का समान सवारियों के साथ लेकर गाड़ी में चलते है इसके बावजूद प्रशासन मौन बना बैठा है ।
यही नहीं सह यात्रियों से मारपीट और जबरन जबरदस्ती के मामले भी कई बार सामने आए है जिनके कई बार वीडियो और फोटो भी वायरल हुए है ऐसी स्थिति दोबारा न तैयार हो जाए इसके तहत भी प्रशासन की कोई मौजूदगी नजर नहीं आ रही है आखिर क्या वजह है जो प्रशासन और विभाग शांति से अपनी कुर्सी पे बैठे है और टैक्सी गैंग का कार्य सक्रिय होता जा रहा है ।
आप को पूर्व वाक्यांश और घटना से भी अवगत करवा दे कुछ महीने पूर्व में इन्ही टैक्सी माफियाओं के चलते ग्वारीफंटा थाने में आत्मदाह जैसी घटना हो चुकी है टैक्सी गैंग वाले अब फिर से बढ़ चढ़ के अपने कार्यों को अंजाम दे रहे है मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन किसी भी दृष्टि से होता नजर नहीं आ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डगामार वाहन और टैक्सी के खिलाफ कड़े निर्देश दिए हुए है जिससे की अपराधिक प्रवृत्ति और अपराध की रोक को अंजाम दिया जा सके परन्तु विभागो की सुस्त कार्यशैली और सुस्त कार्यप्रणाली मुख्यमंत्री के निर्देशो का पालन नहीं कर पा रही है ।
ऐसी कार्यप्रणाली टैक्सी गैंग माफिया के आतंक को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है अब देखना यह है की कब तक प्रशासन मौन धारण किए रहता है या किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है