उमेश तिवारी
महराजगंज के कृषि विभाग में किसानों के कृषि यंत्रों पर अनुदान देने के मामले में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। दो बाबुओं ने बड़ा खेल खेलते हुए अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवा दिये वहीं एक कृषि यंत्र को दो लोगों को बेचा गया।
बताते चलें कि महराजगंज में कृषि विभाग में किसानों को कृषि यंत्रों पर अनुदान देने के मामले में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। आरोप विभाग के दो बाबुओं पर है, जिन्होंने कृषि यंत्र विक्रेता की मिलीभगत से एक ही यंत्र पर दो बार अनुदान निकाला।
शिकायत और मामला उजागर होने के बाद उपकृषि निदेशक ने मामले को लेकर जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
एक कृषि यंत्र पर दो बार अनुदान का भुगतान
प्राप्त समाचार के अनुसार सदर ब्लॉक के कृतपिपरा गांव निवासी जय ने 2016 में मल्टीक्रॉप थ्रेसर मशीन की खरीददारी की थी। 2018 में पहली बार उन्होंने कृषि विभाग से कृषि यंत्र खरीद पर योजना के तहत 40 हजार रूपए का अनुदान उनको मिला।
इसके बाद उसी मशीन पर उनकी पत्नी ने भी 2020 में आवेदन किया और उसे भी इसी यंत्र पर 71428 रुपए का अनुदान का भुगतान किया गया।अब शिकायत सामने के बाद विभाग के जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
दो बाबुओं ने अपने ही खाते में करवाये पैसे ट्रांसफर
जानकारी के मुताबिक किसान द्वारा मशीन खरीद के मामले में लाभार्थी को दो बार भुगतान करने का मामल अभी शांत भी नहीं हुआ इसी तरह का एक और मामला सामने आया है। किसान गोष्ठी के नाम पर उप कृषि निदेशक कार्यालय में तैनात दो बाबुओं ने अपने ही खाते में 69000 रुपए ले लिये। मामला खुलने के बाद विभाग में कानाफूसी जारी है।
उप-कृषि निदेशक बोले- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस मामले में उप-कृषि निदेशक रामशिष्ट ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कृषि मशीन खरीद मामले जो लाभार्थी को दोबारा भुगतान हुआ है, वह उनके कार्यकाल का नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच बैठा दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि किसान गोष्ठी के नाम पर जो बाबुओं के खाते में 69000 रूपए भुगतान मामला है, उसकी भी जांच करवाई जायेगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी।
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