उमेश तिवारी
बिहार में सूरज आग उगल रहा है। लोग गर्मी से परेशान हैं। जब कि हर जगह पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा छाया है। इसी बीच पश्चिम चंपारण का वाल्मीकि टाइगर रिजार्ट (वीटीआर) पर्यटकों से गुलजार है।
वाल्मीकि टाइगर रिजार्ट का सघन वन, गंडक नदी और हरियाली राहत पहुंचा रही है। जंगल से बाहर गर्मी से लोग परेशान हैं। एक ओर बाहर का तापमान 41 से 43 डिग्री सेल्सियस है, वहीं टाइगर रिजर्व का तापमान 28 से 32 डिग्री है। मौसम की नरमी से यहां का मौसम सुहाना है। आम दिनों की तरह हर रोज 150 से 200 पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। शनिवार और रविवार को यह संख्या दोगुनी हो जाती है।
वीटीआर वन प्रमंडल-एक के क्षेत्र उपनिदेशक प्रदुम्न गौरव का कहना है कि जंगल में सदाबहार पेड़ और प्रदूषण मुक्त वातावरण का असर है। सैलानियों को जंगल सफारी करने का भरपूर आनंद मिल रहा। उनके ठहरने की व्यवस्था बेहतर है। ईको हट, सूइट और गेस्ट हाउस सभी बुक हैं। इधर, होटलों में भी एक सप्ताह की अग्रिम बुकिंग चल रही है।
सीतामढ़ी में कम हुए पर्यटक
सीतामढ़ी का पुनौराधाम, रजतद्वार जानकी मंदिर और नेपाल का जनकपुरधाम जानकी सर्किट के तीन मुख्य पड़ाव हैं। इन स्थलों पर भीषण गर्मी का असर देखा जा रहा है।
पुनौराधाम जानकी मंदिर पर्यटन स्थल विकास समिति के व्यवस्थापक श्रवण कुमार का कहना है कि सामान्य दिनों में यहां राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से रोजाना तीन-चार बसों से पर्यटक आते हैं। अभी सप्ताह में एक-दो बसें ही आ रही हैं।यहां हर साल गर्मी में पर्यटक घट जाते हैं, लेकिन इस बार गिरावट सामान्य से ज्यादा है। होटलों और आसपास के दुकानदारों की आय में 50 प्रतिशत तक की कमी आई है।
बौद्ध स्थलों पर भी सन्नाटा
उत्तर बिहार में मुजफ्फरपुर, पूर्वी और पश्चिम चंपारण में बौद्ध स्थल हैं। पूर्वी चंपारण के केसरिया बौद्ध स्तूप के स्थानीय गाइड सहेंद्र प्रसाद यादव का कहना है कि विदेशी पर्यटकों का आना लगभग बंद है। गर्मी और लू के कारण स्थानीय पर्यटक भी नहीं पहुंच रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ