गोंडा में दिल दहला देने वाली घटना: दोस्त और पत्नी को आपत्तिजनक हालत में देख पति का फावड़ा बना हथियार, एक की मौत, दूसरी जिंदगी और मौत के बीच।
पंबीके तिवारी
गोंडा की शांत रात उस समय चीखों में बदल गई जब एक भरोसेमंद दोस्त, एक जीवनसंगिनी और एक गुस्से से तमतमाया पति, तीनों एक ही कमरे में, एक ऐसे मोड़ पर टकरा गए जहां से किसी की भी ज़िंदगी पहले जैसी नहीं रहनी थी।
यह कोई फिल्मी पटकथा नहीं, बल्कि 5/6 मई की रात गोंडा शहर के जयपुरिया स्कूल के पास किराए के एक छोटे से कमरे में घटी वो सच्ची घटना है, जो रिश्तों, विश्वास और गुस्से तीनों की हदें पार कर गई।
रात के सन्नाटे में टूटा भरोसा
करीब 12:30 बजे, रिजवान (32), जो पथवलिया का निवासी है, अचानक नींद से जाग गया। आहट सी लगी। जब कमरे के बगल की रौशनी में उसने देखा, तो उसके होश उड़ गए। सामने उसकी पत्नी माजिया (30) और बचपन का दोस्त सर्वेश उर्फ गुड्डू पांडेय (36) बिस्तर पर नग्न हालत में थे।
जिस दोस्त को उसने अपने घर में बेझिझक आने की आज़ादी दे रखी थी, वो ही उसकी पीठ पीछे उसकी दुनिया में आग लगा चुका था।
फावड़ा बना इंसाफ का हथियार
गुस्से और धोखे की आग में झुलसते हुए रिजवान ने आव देखा न ताव, नज़दीक रखे फावड़े को उठाया और दोनों के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
सर्वेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि माजिया लहूलुहान हालत में तड़पती रही। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने माजिया को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसकी नाजुक हालत देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया गया।
दोस्ती की आड़ में चलता था धोखा
पुलिस जांच में सामने आया कि रिजवान और सर्वेश पिछले 5-6 सालों से अच्छे दोस्त थे। सर्वेश का अक्सर घर आना-जाना था। मगर उस रात वह चोरी-छिपे घर में दाखिल हुआ, जब रिजवान और उसकी पत्नी खाना खाकर सो चुके थे।
मगर किस्मत को कुछ और मंजूर था, नींद में खलल पड़ा और भरोसे की नींव पर खड़ा रिश्ता खून के तालाब में बदल गया।
कानूनी कार्रवाई शुरू
कोतवाली देहात पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी पति रिजवान को हिरासत में ले लिया। घटना की सूचना दोनों पक्षों के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस द्वारा घटना से जुड़ी हर कड़ी की जांच की जा रही है।
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