मनकापुर उप डाकघर में कार्यवाहक डाक सहायक के पद पर कार्यरत विक्रान्त दूबे लाखों का घोटाला करके ड्यूटी से चंपत हो गया। उप पोस्ट मास्टर ने पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में मनकापुर कस्बे में उप डाकघर में हेराफेरी का ऐसा मामला सामने आया है, जिससे डाक विभाग के अधिकारी कर्मचारी हैरान है। यहां कार्यवाहक उप डाकपाल ने लोगों के जमा रुपए को हड़प लिया। आरोप है कि 33 लाख रुपए से अधिक की सरकारी रकम लेकर भाग निकला है। आरोपी कर्मचारी विक्रांत दुबे के खिलाफ मनकापुर पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
क्या है आरोप
उप पोस्ट मास्टर ने पुलिस अधीक्षक गोंडा को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा है कि आरोपी विक्रांत दुबे वर्ष 2025 के 19 अप्रैल से वर्ष 2025 के 1 मई तक कार्यवाहक उप डाकपाल के रूप में तैनात था। इसी दौरान विक्रांत ने अलग-अलग दिवस में तमाम बड़ी धनराशियों का फर्जी भुगतान दर्शा कर गबन कर लिया।
कब कितने का किया घोटाला
22 अप्रैल को 14,71,250 रुपए, 24 अप्रैल को 1,58,000 व 11,16,071 रुपए, 28 अप्रैल को 6,65,120 रुपए और 30 अप्रैल को 3,88,700 रुपए फर्जी तरीके से भुगतान कर लिया। कार्यवाहक के कार्यकाल के भुगतानों को मिलान किया गया तो विभाग में 33,55,000 की गड़बड़ी पाई गई। जिससे अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
ड्यूटी से भाग गया आरोपी
दर्ज कराए गए मुकदमे के मुताबिक आरोपी विक्रांत दुबे 2 मई से बिना किसी सूचना के ड्यूटी से फरार है। 2 मई उसे ड्यूटी पर उपस्थित रहना था, लेकिन एक मई को ड्यूटी से निकलने के बाद से वह नहीं आया।
पुलिस ने नहीं लिखा मुकदमा
शिकायत पत्र के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के बाद डाक विभाग के अधिकारी आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए मनकापुर कोतवाली पहुंचे, जहां पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से मना करते हुए कहा कि ऐसे मुकदमे सिर्फ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में ही दर्ज किए जाते हैं। इसके बाद डाक विभाग के अधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल को शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में मनकापुर प्रभारी निरीक्षक मनोज पाठक ने बताया कि डाक विभाग के शिकायत पत्र के मुताबिक पुलिस अधीक्षक के आदेश पर बीएनएस की धारा 316(5) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
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