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मनकापुर में विकासखंड स्तरीय किसान मेला एवं किसान गोष्ठी संपन्न



गोंडा:कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र महेवानानकार मनकापुर में विकासखंड स्तरीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी संपन्न हुई । किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ  मुख्य अतिथि जगदेव चौधरी ब्लॉक प्रमुख मनकापुर द्वारा फीता काटकर किया गया । श्री चौधरी ने किसानों से वैज्ञानिक खेती अपनाने का आह्वान किया । उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों की खेती को अपनाने की आवश्यकता है । पीके ठाकुर उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं पीएम किसान सम्मान निधि, कुसुम योजना, कृषक उत्पादक संगठनों का गठन आदि की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि कुसुम योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप अनुदान पर दिया जा रहा है । कृषि यंत्रों की खरीद पर भारी अनुदान है । कृषक उत्पादक संगठनों का गठन कर किसान भाई फार्म मशीनरी बैंक आदि योजना का लाभ उठा सकते हैं, साथ ही अपनी उपज का अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकते हैं । अतुल कुमार सिंह प्रगतिशील कृषक ने कंपोस्ट एवं वर्मी कंपोस्ट खादों के उत्पादन  एवं प्रयोग पर बल दिया । उन्होंने बताया कि कार्बनिक खादों का प्रयोग कर  भूमि की उर्वरा शक्ति मे सुधार कर सकते हैं । डॉक्टर पीके मिश्रा प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान किया । उन्होंने बताया कि प्राकृतिक एवं जैविक खेती  अपनाने से कृषि रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग को रोका जा सकता है, साथ ही यह पर्यावरण के लिए सुरक्षित भी है । डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक ने मोटे अनाजों रागी सावां कोदों ज्वार बाजरा आदि की उत्पादन तकनीक की जानकारी दी । उन्होंने धान की फसल में उर्वरक एवं सिंचाई प्रबंधन, दलहनी- तिलहनी फसलों में गंधक का महत्व एवं प्रयोग तथा तोरिया की वैज्ञानिक खेती की जानकारी दी । डॉ. अजीत सिंह वत्स ने एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन को अपनाने पर बल दिया । उन्होंने बताया कि एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन में ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई, भूमि शोधन, बीज शोधन, खरपतवार प्रबंधन आदि बहुत महत्वपूर्ण है । इनको अपना कर किसान भाई अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं । डॉक्टर मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने फल व सब्जियों की पौध उत्पादन, फल एवं सब्जी उत्पादन तकनीक, डॉक्टर दिनेश कुमार पांडेय ने फल परिरक्षण की जानकारी दी । प्रवीण सिंह प्रगतिशील कृषक ने बताया कि गन्ना की उन्नतशील प्रजातियों के बीज का उत्पादन कर किसान भाई अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकते हैं ।  आरपीएन सिंह कृषि विभाग ने फसल चक्र में दलहनी फसलों के समावेश को जरूरी बताया । अनुज कुमार वर्मा प्रभारी राजकीय कृषि बीज भंडार ने बीजों एवं अन्य कृषि निवेशों पर अनुदान तथा राजेश जायसवाल बीटीएम ने डीबीटी योजना की जानकारी दी । शिवकुमार मौर्य वीआर समग्र जलवायु ने औषधीय फसलों की खेती एवं उनके प्रयोग की जानकारी दी । इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर, कृषि रक्षा इकाई, पशुपालन विभाग, गन्ना विभाग, धानुका एग्रीटेक, सृजन एग्रीटेक, पारादीप फास्फेट लिमिटेड, जय बजरंग ट्रैक्टर्स, वीआर समग्र जलवायु आदि ने कृषि प्रदर्शनी लगाकर कृषि की नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन किया ।  कृषि उपसंभाग मनकापुर के आशीष शुक्ला एटीएम, कमलेंद्र सिंह एटीएम, सुनील कुमार वर्मा एटीएम आदि ने किसान मेला के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । इस अवसर पर कृषि प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने वाली संस्थाओं एवं प्रगतिशील कृषकों को पुरस्कृत भी किया गया । कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर  को प्रथम, कृषि रक्षा इकाई मनकापुर को द्वितीय, गन्ना विकास विभाग तथा पशुपालन विभाग को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया । कृषि यंत्रीकरण में जय बजरंग ट्रैक्टर्स, उन्नतशील बीज व कृषि रसायनों के प्रदर्शन में नाथ बायोजीन प्राइवेट लिमिटेड, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड, श्रिजन एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड, परदीप फास्फेट लिमिटेड, तथा इफको कृषक सेवा केंद्र झिलाही सहित प्रगतिशील कृषकों अतुल कुमार सिंह,शिवकुमार मौर्य, प्रवीण सिंह, रामसागर वर्मा को  उप कृषि निदेशक द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया । इस अवसर पर प्रगतिशील कृषकों महादेव यादव, राजेश कुमार वर्मा, रामसागर वर्मा, समीर कुमार, शिव प्रसाद यादव, विनय कुमार सिंह, जगन्नाथ प्रसाद वर्मा, मेलाराम यादव, आनंद त्रिपाठी,  श्रीमती सुनीता देवी, बालिका शर्मा आदि प्रगतिशील कृषकों एवं कृषक महिलाओं ने प्रतिभाग कर खेती की  तकनीकी जानकारी प्राप्त की ।

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