वायरल वीडियो
उत्तर प्रदेश की राजधानी में दरोगा को एंटी करप्शन टीम ने छापा मार कर दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मामले में आरोपी दारोगा के विरुद्ध पूछताछ के उपरांत मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं देर आरोपी दारोगा को निलंबित कर दिया गया।
बताया जाता है कि बीते 28 अगस्त को बंथरा थाने में एक किशोरी को पहले फैसला कर भाग ले जाने के मामले में विशाल रावत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की विवेचना के बाद दुष्कर्म की धारा बढ़ाने के उपरांत दो आरोपी जेल जा चुके हैं। बताया जाता है कि मामला दुबग्गा में एमएफ टावर स्थित होटल से जुड़ा था। मामले की विवेचना के दौरान हैरानी चौकी इंचार्ज राहुल त्रिपाठी ने होटल के मालिक विनोद से कई बार पूछताछ की थी।
बताया जाता है कि घटनास्थल होटल होने के कारण होटल मालिक को चौकी इंचार्ज ने डरा धमका कर बीस हजार रुपए की मांग की थी। बता दे की जान बूझ कर अगवा शख्स को पनाह देने के बाबत पनाह देने वाला शख्स धारा 368 का आरोपी होता है। इसी मामले में होटल मालिक को बचाने के लिए दरोगा ने बीस हजार रुपए की फरमाइश कर डाली।
होटल मालिक ने रिश्वत मांगने के बाबत एंट्री करप्शन टीम को अवगत कराया इसके बाद टीम ने दरोगा को रंगे हाथ दबोच लिया।
दरोगा के गिरफ्तारी का वीडियो वायरल
आरोपी दरोगा की गिरफ्तारी के बाबत 16 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में आधा दर्जन से अधिक लोग दरोगा को पकड़ कर लेकर जाते हैं।
X सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रिया सिंह ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है कि..
छोटे बच्चों की तरह घसीट कर दरोग़ा जी को पता है क्यों ले ज़ाया जा रहा है?
साहब घुस लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं। इन्हें एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। अब पुलिस वाले के चोरी पकड़ी गई तो इतना तो बनता है।
मामला लखनऊ में बंथरा चौकी इंचार्ज से जुड़ा है। विडियो में अपनी किरकिरी कराने वाले दरोग़ा जी का नाम राहुल त्रिपाठी है।
X पर कुछ यूं आए कमेंट
क्या यही असली चेहरा है उत्तर प्रदेश पुलिस का, आये दिन ऐसी खबरें सुनने को मिलती रहती हैं, क्या पुलिस लीडर रीढ़ की हड्डी नहीं रखते हैं जो पुलिस विभाग से घूसख़ोरी और गुंडागर्दी रोक सकें।
जाने से इंकार ही कर रहे हैं। जैसे बच्चों को स्कूल के लिए ले जाते हैं वैसे करना पड़ रहा है।
साहब ने पैसे के लिए बेगुनाह लोगों को भी घसीटा होगा, अब खुद गुनाह कर गुनाहगार बन गया तो घसीट कर ले जाया जा रहा है। शायद अब एहसास होगा जब बेगुनाह भले इंसान को घसीट कर ले जाते थे उसपर क्या गुजरती थी!
अगर उत्तर प्रदेश की जानता जागरूक हो जाए तो डेली कई पुलिस वाले जेल जाएंगे बड़े मजे की बात हैं इनको आम कैदियों के साथ नही रखा जाता हैं जेल में डर के नाते।
50000 की नौकरी करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस जवान करोड़ों की प्रॉपर्टी कहा से बना ले रहे हैं अगर पैसे देने का विरोध करो तो फर्जी केस में फसा के जेल भेज दे रहे हैं में खुद भुक्त भोगी हू बिना गुनाह के 8महीने गोरखपुर जेल में रहा मेरा कसूर बस इतना था की प्रधान के किलाफ जांच करवा दिया।
रिश्वत खोरों का यही अंजाम होना चाहिए बहुत पीड़ितों को धमकाकर रुपए ऐंठने में अच्छा है आज सच में फसे तो कैसा लग रहा है।
एक ही पुलिस वाला क्यों पूरा यूपी पुलिस महकमा ही भ्रष्ट हैं थानों पर हो रहे हर महीने उस लाखो रुपए वसूली को कौन रोकेगा इस पुलिस वाले के साथ साथ उस घुस देने वाले को भी गिरफ्तार करना चाहिए।
देखिएगा दरोगा जी ACU वालों की गिरफ्त से कैसे छटपटा रहे है !!!
राजनेता करोड़ों की चोरी और रिश्वत लेते रहे हैं। उन्हें भी सज़ा मिलनी चाहिए लेकिन वो आसानी से बच जाते हैं.
काश ऐसे ही सभी भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो तो जनता को भी न्याय मिल सके।
इनके बच्चो को भी बुलाया जाए जिससे उन्हें पता चले इनके पिताजी कितनी मेहनत करते हैं l
संस्कारी व्यक्ति को फसाया जा रहा है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ