अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के थाना हरैया क्षेत्र में बनकटवा वन रेंज क्षेत्र के ग्राम लाल नगर सिपहिया में शनिवार की रात 3 वर्ष की मासूम बच्ची को उसी की मां के सामने आदमखोर जंगली जानवर ने अपना निवाला बना लिया । घटना के बाद से ही गांव में हडकंप मचा हुआ है । वन विभाग तथा पुलिस की टीम परिजनों के साथ मिलकर बच्ची को खोजने में डटी हुई है ।
4 नवंबर की रात बनकटवा वन रेंज क्षेत्र में थाना हरैया अंतर्गत लाल नगर सिपहिया गांव के निवासी अजय कुमार की पत्नी सुशीला अपनी 3 वर्षीय पुत्री रूपा के साथ गांव के बाहर गाने के खेत में सौच के लिए गई थी । खेत में पहले से मौजूद किसी आदमखोर जंगली जानवर ने रूपा के ऊपर हमला कर दिया । इससे पहले की सुशीला कुछ समझ पाती आदमखोर जानवर उसकी पुत्री रूप को लेकर गन्ने में होते हुए भाग गया । सुशीला के शोर मचाने पर गांव के लोग भाग कर आए और चारों तरफ खोजबीन शुरू की ।काफी देर तक खोजने के बाद भी रूपा का कोई पता नहीं चला, तो वन विभाग तथा पुलिस को सूचना दी गई । मौके पर पहुंची वन विभाग व पुलिस विभाग की टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही वन विभाग के अधिकारियों ने पीड़ित परिजनों को मदद का भरोसा दिया है। गांव वालों में पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के साथ मिलकर बच्ची को खूब खोजा लेकिन अभी तक अबोध बच्ची का कोई सुराग नहीं लग सका है। जिला वन अधिकारी सिमरन मुथुरा मिलिंगम ने जानकारी दी है कि अभी तक बच्ची की लाश का पता नहीं चल सका है । खोजबीन के लिए वन विभाग की टीम के साथ सशस्त्र सीमा बल के खोजी कुत्तों को भी लगाया गया है । उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि उस क्षेत्र में गुलदार के पैरों के निशान पाए गए हैं । बच्ची का शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी ।
सुहेलवा वन क्षेत्र से सटे गांव के लिए स्थाई प्रबंध की मांग
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले जिले का तकरीबन 450 वर्ग किलोमीटर का इलाका सोहेलवा वन्य जीव अभ्यारण के अंतर्गत आता है। इस क्षेत्र में आदमखोर जंगली जानवरों द्वारा हमले की सूचना भी बराबर आती रहती है । जिला प्रशासन से लेकर शासन तक इसकी रिपोर्ट भी की जा चुकी है । इसके बावजूद भी सुरक्षा के कोई ठोस प्रबंध सीमावर्ती क्षेत्र के गांव वालों के लिए अभी तक तैयार नहीं किए गए हैं, जिसके कारण घटनाएं लगातार घटित हो रही है और इसका खामियाजा वन क्षेत्र से सटी हुई गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है ।
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