बनारसी /अविनाश
नवाबगंज गोंडा ।कटरा शिवदयालगंज स्थित बाजार में आयोजित श्री अवध रामलीला समिति के तत्वावधान में 12 दिवसीय श्री रामलीला महोत्सव के दसवे दिन अहिरावण वध, हनुमान पाताल विजय की लीला का मंचन किया गया । लीला का शुभारंभ मुख्य अतिथि नवाबगंज नगर के प्रथम नागरिक नपाप अध्यक्ष डॉक्टर सत्येंद्र सिंह व विशिष्ट अतिथि डॉक्टर संजय सिंह प्रधान, विष्णु सिंह प्रधान ने मां काली की पूजन अर्चन कर किया । तत्पश्चात रावण के जब सारे योद्धा मर चुके होते हैं । तो रावण अचानक अपने पुत्र अहिरावण को याद करता है । जो पातालपुरी का राजा है , और उसे आकर्षण मत्रों द्वारा बुलवाता है । इस प्रकार अहिरावण रावण के पास आकर उन्हें खूब समझता है , तथा अपने राजा, जनता और देश की सेवा के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करते हुए वह रामा दल में जाता है , और विभीषण का रूप धारण कर अपनी माया से राम लक्ष्मण और सारी बंदरी सेनाओ को गहरी निंद्रा में सुला देता है । सोते हुए भगवान राम और लक्ष्मण को चुरा कर पातालपुरी में मां काली के मंदिर में ले जाता है । जहां बलि चढ़ाने की योजना बनाता है । तभी यह जानकारी विभीषण के द्वारा हनुमान जी को लगती है l और श्री हनुमान जी पातालपुरी में पहुंच जाते हैं । जहां पर मां काली की प्रतिमा मैं स्वयं हनुमान जी विराजमान जाते हैं ,और जब अहिरावण राम लक्ष्मण की बलि चढ़ाने के लिए आगे बढ़ता है । तभी हनुमान जी अपने गदा से प्रहार कर देते हैं ,और रावण का वध कर देते हैं । इस लीला में अहिरावण वध में काली की पूजन का विशेष महत्व है । लगभग तीन दशक से यहां क्षेत्रीय लोगों के आस्था का विशेष केंद्र बिंदु बना हुआ है । अब तो इस पूजन में सम्मिलित होने के लिए लगभग 100 से 150 किलोमीटर की दूरी तय कर कर भी भक्त आने लगे हैं । यहां क्षेत्रीय एवं दूर दराज से हजारों लोग आकर अपनी मन्नतें मानते हैं ,और मिष्ठान ,वस्त्र ,मुद्रा आदि समर्पित भी करते हैं । मंचन में मुख्य अभिनय करने वाले राम सरवन गुप्ता ,लक्ष्मण राज गुप्ता, अहिरावण रजनीश कमलापुरी, रावण अनूप कुमार गुप्ता, हनुमान अमित कुमार राय, गौरी शंकर गुप्ता बसंत लाल गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, इंद्रपाल, शुभम गुप्ता, शक्ति गुप्ता, मनोज गुप्ता, आदि ने अपने अभिनय से खूब तालियां बटोरी । संचालन विनोद कुमार गुप्ता एवं निर्देशन कपिलनाथ गुप्ता ने किया ।
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