अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे लोकसभा क्षेत्र श्रावस्ती के लिए दावेदारी प्रस्तुत करने वाले एमएलके पीजी कॉलेज के प्राचार्य भाजपा नेता प्रोफेसर जनार्दन प्रसाद पांडे ने सोमवार को अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए चलाए जा रहे अक्षत कलश यात्रा में सम्मिलित होकर लोगों को महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया ।
अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 होना सुनिश्चित हुआ है, जिसको लेकर 7 जनवरी को अक्षत कलश के साथ हजारों मोटरसाइकिल के साथ महा यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा विश्व हिंदू परिषद से जुड़े लोगों द्वारा रविवार को दोपहर 12 बजे मोटरसाइकिल रैली भगहा बाज़ार से चल कर जूनियर हाई स्कूल भिनगा में शाम 5 बजे समापन हुआ । इस अवसर पर भारी संख्या में नव युवकों ने जय श्री राम, भारत माता की जय वंदे मातरम् के उद्घोष के साथ पूरे नगर का भ्रमण किया। भाजपा नेता 58 लोकसभा श्रावस्ती से संभावित प्रत्याशी प्रो जनार्दन प्रसाद पांडेय ने कहा कि राम राज्य की स्थापना व मंदिर निर्माण के लिए हमेशा से संघर्ष होता आया है । कभी-कभी सृजन के लिए यह आवश्यक भी होता है। इस यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत भी किया गया। विश्व हिंदू परिषद की ओर से इन कलशों में रखी हुई अक्षतों को सभी गांवों के हर घर में दिया जाएगा। प्रो पांडेय ने कहा कि भगवान राम हम सबके आदर्श हैं, वे राष्ट्र निर्माता और राष्ट्र जागरण के सतत प्रेरणा स्रोत हैं। जब तक हम प्रभु श्रीराम का आदर्श अपने सामने रखेंगे, तब तक कोई भी हमारे देश, धर्म और संस्कृति को नुकसान नहीं पहुंचा सकता। इसलिए अयोध्या में बनने वाला मंदिर सिर्फ प्रभु श्रीराम का मंदिर नहीं, बल्कि राष्ट्र का मंदिर है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम करीब 500 सालों के संघर्ष के बाद 22 जनवरी को जन्म स्थान पर बन रहे भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। श्रीराम जन्मभूमि के लिए 76 बार संघर्ष हुआ है इस संघर्ष में हर भाषा, वर्ग, समुदाय और संप्रदाय के लोगों ने अपनी सहभागिता दी है। 25 पीढ़ियों के बलिदान, त्याग और समर्पण के प्रतिफल स्वरूप मिले इस भव्य आयोजन की साक्षी वर्तमान की पीढ़ी बनने जा रहा है, जिन्होंने वर्तमान के संघर्ष और विजय को प्रत्यक्ष देखा है।अयोध्या में केवल राम मंदिर की ही नहीं, बल्कि राष्ट्र मंदिर और राष्ट्रीय गौरव की नींव पक्की हो रही है। पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति का सूर्योदय हो रहा है।श्रीराम जन्मभूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जब प्रभु श्रीराम के जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाना शुरू हुआ, तब देश के 12.5 करोड़ परिवार यानी 65 करोड़ राम भक्तों ने मंदिर निर्माण में निधि समर्पण कर सहयोग दिया। जिस उत्साह से दो साल पहले समस्त हिंदू समाज ने मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान में हिस्सा लिया, उससे दोगुने उत्साह से वो प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी में जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विभाग प्रचारक अवधेश जी, जिला प्रचारक शिव शंकर, जिला कार्यवाह दिवाकर, नगर प्रचारक भानु, विभाग सह संयोजक विद्यार्थी परिषद मनीष कासौधन, नगर प्रचारक भानु प्रकाश, देवेश मिश्रा, टीवीएस एजेंसी के मालिक अनुपम मिश्र, बीजेपी के कार्यकर्ता दीनानाथ गुप्ता व अभिषेक पांडेय सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।
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