अभय शुक्ला
लालगंज प्रतापगढ़: भोजपुरी के अभिमंगल के रूप में मशहूर सुपरस्टार अक्षरा सिंह ने उन्तीसवें महोत्सव में भक्ति और मनोरंजन के अद्वितीय संगम के बीच लोगों के दिलों को छू लिया। उनके लटके-झटके और रवि त्रिपाठी के गायन ने महोत्सव को अद्वितीय बना दिया।
अक्षरा सिंह की भक्ति और मनोरंजन से भरी प्रस्तुति:
अक्षरा सिंह ने महोत्सव की शानदार प्रस्तुति की शुरुआत "ॐ नमः शिवाय" के भजन के साथ की, जो भक्ति और मनोरंजन के संगम का सुंदर प्रतिनिधित्व करता है। उनकी अदा और गीतों ने महिलाओं से लेकर पुरुषों तक को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रवि त्रिपाठी का गीतों में जादू:
मशहूर पार्श्वगायक रवि त्रिपाठी ने भी महोत्सव को अपने गीतों से सजाया। उनके गीतों ने महोत्सव को और भी रंगीन बना दिया, और दर्शकों को चार चाँद लगा दिए।
संगीत, नृत्य और हास्य का खूबसूरत संगम:
संगीत, नृत्य और हास्य के साथ महोत्सव ने दर्शकों को अपनी ओर खींच लिया। लखनऊ के कलाकार गोल्डी ग्रुप के शील द्विवेदी और संजय सिंह के शिव ताण्डव मंचन ने महोत्सव को और भी रोचक बना दिया। मुम्बई के हास्य कलाकार अशोक मिश्र ने भी अपनी फुलझड़ियों से दर्शकों को हंसाया।
सम्मान और उपलब्धियाँ:
सांसद प्रमोद तिवारी, विधायक आराधना मिश्रा मोना, और प्रो. डॉ. विजयश्री सोना ने अक्षरा सिंह और रवि त्रिपाठी को सम्मानित किया। उन्हें प्रशस्ति पत्र और शॉल के साथ स्मृति-चिन्ह भी प्रदान किया गया।
इस अद्वितीय महोत्सव ने भोजपुरी संस्कृति और कला को समृद्धि और सम्मान की ऊंचाइयों तक पहुंचाया।


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