डेस्क:UP:बहुत जल्दी अमीर बनने की ख्वाहिश रखने वाले सिपाही के बेटे ने शाहिद कपूर की एक वेब सीरीज देख ली, वेब सीरीज ने सिपाही के बेटे पर गहरी छाप छोड़ी और उसने अवैध बिजनेस का प्लान बना डाला। बिजनेस से संबंधित जानकारी की बाकी सभी कमियां गूगल और यूट्यूब ने पूरी कर दी। लेकिन जल्द अमीर बनने की चाहत ने सिपाही के बेटे को साथियों सहित सलाखों के पीछे धकेल दिया।
मध्य प्रदेश में तैनात सिपाही के लड़के को अमीर बनने का सनक सवार हो गया। इसी दौरान उसने शाहिद कपूर की “फर्जी” नामक एक वेब सीरीज देखी, जिसे देखने के बाद उसके भी दिमाग में नकली नोट बनाने का विचार उत्पन्न हो गया। जिसके जरिय बहुत जल्दी अमीर बन जाता, लेकिन उससे पहले ही झांसी पुलिस ने उसका भंडा फोड़ते हुए गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद अंतर्गत सीपरी बाजार पुलिस और स्वास्थ्य टीम ने मध्य प्रदेश के रहने वाले चार आरोपियों को ढाई लाख रुपए नकली नोटों सहित गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से नोट छापने की मशीन भी बरामद की है।
पुलिस में तैनात है पिता पुत्र
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि गैंग के सरगना पंकज के पिता मध्य प्रदेश में हेड कांस्टेबल हैं। वही पंकज मल्होत्रा का भाई मध्य प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात है।
तीन लाख रुपए की हुई छपाई
पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने अब तक तीन लाख रुपए छाप कर बाजार में चला दिया है।
पुलिस ने मध्यप्रदेश से दबोचा
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के भिंड जिले से सिपाही के पुत्र पंकज के साथ उनके सहयोगियों मनीष जाटव, भिंड के रहने वाले आशीष जाटव, और दतिया के रहने वाले कमलाकांत शिवहरे, को गिरफ्तार किया है।
फरवरी से शुरू किया काम
झांसी के नगर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सीपरी बाजार पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से नकली नोट छापने की मशीन, नकली ढाई लाख रुपये बरामद किया है। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने फरवरी माह में यह काम शुरू किया था।
कैसे चलाते थे नोट
पुलिस अधीक्षक से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी अपने एजेंट के जरिए पान की दुकान, किराना स्टोर आदि पर सामानों की खरीददारी करके अपने रुपए बाजार में उतारते थे। मामले का मुख्य आरोपी पंकज मल्होत्रा ने बीएससी किया है।
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