अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 25 अगस्त को शहर के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय डिवाइन पब्लिक स्कूल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। श्री कृष्ण जन्माष्टमी त्योहार के अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक आशीष उपाध्याय एवं फाउंडर सरोज उपाध्याय ने सर्वप्रथम भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव कार्यक्रम संपन्न करते हुए उनकी आरती उतार कर माल्यार्पण किया । उसके बाद अध्यापक व अध्यापिकाओं ने भगवान श्री कृष्ण की आरती उतार कर पुष्प अर्पित किया ।
विद्यालय के प्रबंधक आशीष उपाध्याय ने बच्चों को त्योहार के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी । उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी को जन्माष्टमी व गोकुलाष्टमी के रूप में भी जाना जाता है । यह एक वार्षिक हिंदू त्यौहार है, जो विष्णु जी के दशावतारों में से आठवें और 24 अवतारों में से 22 वें अवतार के रूप में श्री कृष्ण के जन्मोत्सव मनाया जाता है। प्रबंधक ने श्री कृष्ण के जन्मोत्सव संबंधित पूरी कहानी का विस्तृत चर्चा बच्चों की समक्ष किया । बच्चों को बताया गया कि कैसे जब श्री कृष्ण का जन्म जेल के अंदर हुआ था उनके जन्म होते ही किस प्रकार जेल के सभी दरवाजे अपने आप खुल जाते हैं । बच्चे इस कहानी को सुनकर काफी मंत्र मुग्ध हुए। बताते चलें कि डिवाइन पब्लिक स्कूल में हर प्रकार के त्यौहार को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है और बच्चों को उससे संबंधित जुड़ी हुई कहानी बात कर उस त्यौहार के महत्व को समझाने की कोशिश की जाती है ।
इस अवसर पर सभी बच्चे राधा, कृष्ण की वेशभूषा में स्कूल आए । प्रबंधक द्वारा पहले से ही बच्चों को श्री कृष्ण के नटखट बालपन का चित्रण स्कूल कैंपस में पहले कराया जा चुका था जिसमें वह कैसे गोपियों के मटके को फोड़ देते हैं और उनको छेड़ते रहते हैं । सभी बच्चे काफी उत्साह में दिखाई दिए । ऊपर बंधी हुई मटकी को भी कृष्णा माखन खाने के बहाने ऊपर चढ़ते हैं और उसे फोड़ते हैं । इस प्रकार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन डिवाइन पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित किया गया । बच्चों द्वारा किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शहर में काफी सराहना की गई। डिवाइन पब्लिक स्कूल में किसी भी प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन जब भी होता है तो इस स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी काफी उत्साहित रहते हैं । अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल द्वारा बताए गए कपड़े में सजा कर भेजते है । यह डिवाइन पब्लिक स्कूल की बच्चों की खासियत होती है कि वह हमेशा भारतीय त्योहार को पूरी तरह से सजीव करके चित्रण करते हैं । उनको देखने के बाद शहर का हर नागरिक कहता है कि इस स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ किसी भी प्रकार के त्यौहार का चित्रण बच्चे इस प्रकार से करते हैं कि वह ऐसा लगता है जैसे हम सभी उस युग में लौट गए हैं जिस युग में इस प्रकार त्यौहार को मनाया जाता था । कार्यक्रम में सुमन मिश्रा, रेनू खान, आफरीन खान, प्रियंका, प्रिया, निशा, पूजा, पल्लवी, सबिया, सोनी व इकरा सहित अन्य अध्यापक अध्यापिकाओं ने काफ़ी सहयोग किया।
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