उत्तर प्रदेश में बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भ्रष्टाचार के मामले में शख्त एक्शन लेते हुए आरोपी थानेदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीती रात फरीदपुर थाना प्रभारी ने अवैध रूप से मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले आरोपियों से बड़ी मात्रा में रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ दिया था। इस बात की जानकारी उच्च अधिकारियों को हो गई। मामले में जांच के लिए तत्कालीन टीम रवाना हो गई।
थाना छोड़ भागा थानेदार
बताया जाता है कि थाने पर छापेमारी की भनक थानेदार को लग गई, जांच टीम के पहुंचते ही थानेदार थाने से भाग निकला।
कमरे में मिले नौ लाख
एनडीपीएस के आरोपियों को छोड़ने को लेकर पुलिस अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि थानाध्यक्ष ने सात लाख रुपय लेकर आरोपियों को छोड़ा है, लेकिन जांच के दौरान थाना प्रभारी के कमरे में 9 लाख, 96 हजार रुपए नगद बरामद हुआ।
आरोपी जिन्हे छोड़ा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के फरीदपुर थाना अंतर्गत नवदिया अशोक गांव के रहने वाले दो आरोपी आलम पुत्र मोहम्मद इस्लाम और नियाज अहमद पुत्र शेर मोहम्मद को रात में गिरफ्तार करके थाना पर लाया गया था। जिन्हें रुपए लेकर छोड़ दिया गया।
बोले एसएसपी
वही इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी कि फरीदपुर थाना प्रभारी निरीक्षक रामसेवक ने 22 अगस्त की रात में अवैध रूप से मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले दो संदिग्धों को पकड़कर 7 लाख रुपये लेकर छोड़ दिया है। मामले की सूचना मिलते ही फरीदपुर क्षेत्राधिकारी गौरव सिंह को जांच के लिए तत्काल फरीदपुर थाना पर भेजा गया, क्षेत्राधिकारी के पहुंचे ही थाना प्रभारी रामसेवक थाने से गायब हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना प्रभारी का कमरा चेक करने पर 9 लाख 96 हजार रूपए बरामद हुए हैं।
थानेदार निलंबित, दर्ज हुआ मुकदमा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक में बताया कि फरीदपुर क्षेत्राधिकारी के शिकायती पत्र पर भ्रष्टाचार निवारण सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उसकी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है।
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