उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में नागिन का खौफ देखने को मिला है। नागिन के दंश से मुक्ति पाने के लिए संपरों को बुलाया गया है। अब सपेरे बीन बजा कर नागिन को कैद करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में नागिन का कहर, महिला समेत तीन की मौत, वन विभाग ने बुलाया सपेरा, सदरपुर गांव में नागिन का भय। pic.twitter.com/tqCWuPFUjk
— crime junction (@crimejunction) October 23, 2024
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गढ़मुक्तेश्वर तहसील क्षेत्र के गांव सदरपुर में जहरीले सांप के डसने से दहशत फैली हुई है। रविवार से लेकर अब तक सांप ने पांच लोगों को काटा है, जिससे एक ही परिवार के दो बच्चों सहित मां की मौत हो गई है। सर्पदंश से पीड़ित दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
सोते समय सर्प दंश:बताया जाता है कि रविवार को रिंकू की पत्नी अपने दो बच्चों के साथ रात में फर्श पर सो रही थी। इस दौरान जहरीली नागिन ने तीनों को काट लिया। इलाज के दौरान मां और दोनों बच्चों की मौत हो गई।
ऐसे फैली दहशत: पहली रात सर्पदंश के दूसरी रात रिंकू के पड़ोसी को भी सांप ने काट लिया। जिससे गांव में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया।मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई, गांव में वन विभाग की टीम ने खोज कर मंगलवार को एक सांप को पकड़ लिया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन बुधवार की रात सांप ने एक और व्यक्ति को काट लिया। जिससे गांव में दहशत फैल गया। सर्पदंश से पीड़ित को इलाज के लिए हापुड़ में भर्ती कराया गया, जहां पीड़ित के स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने हायर सेंटर मेरठ के लिए रवाना कर दिया है।
वन विभाग के हाथ आया झुनझुना: बताया जाता है कि सांप के काटने की घटनाओं के बाद गांव में सांप को पकड़ने पहुंची वन विभाग की टीम ने तलाश करते हुए जिस सांप को पकड़ा है, उसके बारे में बताया जा रहा है कि नॉन वेनॉमस है, इस सांप के बारे में बताया जाता है कि यह जहरीले नहीं होते हैं। वन विभाग की टीम की पहुंच से जहरीला सांप कोसों दूर रहा।
बुलाए गए संपेरे: तमाम प्रयासों के बावजूद सफलता नहीं मिलने पर वन विभाग की टीम ने सांप को पकड़ने के लिए सपेरों का सहारा लिया है। सांप को पकड़ने के लिए बीन बजाते बजाते सपेरे भी थक गए लेकिन सांप का कोई पता नहीं चला।
वन विभाग की टीम करेगी निगहबानी: अब गांव में सांप के गतिविधि पर नजर रखने के लिए वन विभाग की चार टीम लगाई गई है। इसके अतिरिक्त गांव में पुलिस भी मौजूद रहेगी।
रिश्तेदारों के घरों को बनाया ठिकाना: ग्रामीणों में सांप का खौफ इस तरह से बैठ गया है कि अब वह तो किसी तरह से गांव में अपना समय गुजार रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को अपने रिश्तेदारियों में गांव से दूर भेजना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों को डर बना हुआ है कि ऐसी अनहोनी फिर ना हो जाए।