उत्तर प्रदेश के झांसी में सस्पेंड इंस्पेक्टर ने अपने सस्पेंशन के दौरान चाय की दुकान खोली है। पुलिस लाइन में तैनात प्रतिसार अधिकारी से मारपीट के आरोप में इंस्पेक्टर सस्पेंड चल रहे हैं। सस्पेंड होने के बाद इंस्पेक्टर मोहित यादव ने चाय दुकान लगा दिया जो चर्चा का विषय बन गया है।
बता दे कि झांसी में तैनात इंस्पेक्टर मोहित यादव ने इलाइट चौराहा पर चाय की दुकान सजाई है। इंस्पेक्टर के चाय की दुकान लगाने से मामला सुर्खियों में आ गया है। इससे पहले भी पुलिस लाइन के प्रतिसार अधिकारी से मारपीट को लेकर इंस्पेक्टर मोहित यादव सुर्खियों में रहे हैं।
रोने से बटोरी थी सुर्खियां: बता दे कि बीते माह के दूसरे सप्ताह में पुलिस लाइन में तैनाती के दौरान छुट्टी मांगने को लेकर इंस्पेक्टर मोहित यादव का विवाद हो गया था। इस दौरान इंस्पेक्टर ने प्रतिसार अधिकारी पर मारपीट का आरोप लगाया था। पुलिस में शिकायती पत्र देने के दौरान इंस्पेक्टर थाना परिसर के जमीन में बैठकर फूट फूट रोए थे। जिसको लेकर इंस्पेक्टर मोहित यादव का दर्द अभी कम नहीं हुआ है, उन्होंने अधिकारियों से अनुमति लेकर चाय की दुकान शुरू की है।
झांसी में निलंबित पुलिस इंस्पेक्टर ने लगाई चाय की दुकान pic.twitter.com/adPslnai46
क्यों लगाई दुकान: इंस्पेक्टर मोहित यादव के चाय की दुकान देखने के बाद मीडिया ने उनसे इस बारे में जानकारी कि तो उनका दर्द उभर आया, उन्होंने चाय बनाते हुए बताया कि सबको पता है कि मैं पुलिस में निलंबित इंस्पेक्टर हूं, यहां विभाग में रहते हुए कहीं भी जाता हूं तो कोई ना कोई ऐसी घटना बनाकर के किसी से जोड़ते हुए आरोपी बना दिया जाता है, जिसमें जांच कराई जाती है।
अधिकारियों से अनुमति लेकर खोली दुकान: सस्पेंड इंस्पेक्टर ने बताया कि वह दुकान खोलने के लिए अनुमति मांगने एसएसपी मैडम के पास गए थे, जहां पर अनुमति पत्र नहीं लिया गया, तब डीआईजी साहब को एप्लीकेशन दे दिया है कि अपना फुल टाइम व्यवसाय करूंगा। इस दौरान अपनी सैलरी विभाग से नहीं लूंगा, यहां बता दें कि सस्पेंड होने के दौरान कर्मचारी या अधिकारी को जीविकोपार्जन के लिए कुछ वेतन मिलता रहता है, जिसमें यह शर्त होती है कि सस्पेंड होने के अवधि में उक्त अधिकारी या कर्मचारी किसी अन्य व्यवसाय से नहीं जुड़ा होगा।
बयान देने में रुचि नहीं: सस्पेंड इंस्पेक्टर ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि आप सब लोग सब कुछ जानते ही हैं, मुझे बयान देने में कोई रुचि नहीं है, बयान देने के चक्कर में चाय भी खराब हो रही है, मेरा धंधा खराब हो रहा है, इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी चाय पीने के लिए पूछा!
इंस्पेक्टर का आरोप: इंस्पेक्टर ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी पत्नी का और मेरा मोबाइल टेप हो रहा है, जैसे मैं कोई क्रिमिनल हूं! उन्होंने कहा कि इन लोगों का कुछ पता नहीं है कि कब क्या इंक्लूड करें, हम अपने निलंबन पीरियड में यह धंधा कर रहे हैं। आमदनी नहीं हो पा रही है, मेरे दो दो बच्चे पढ़ रहे हैं, गुजर नहीं हो पा रहा है, सस्पेंशन पीरियड में सैलरी नहीं लेने पर धंधा किया जा सकता है सो मैं कर रहा हूं।
2012 बैच के इंस्पेक्टर: बता दें कि इंस्पेक्टर मोहित यादव मूल रूप से मैनपुरी जनपद के निवासी हैं, मृतक आश्रित कोटे से वर्ष 2012 में इंस्पेक्टर बनाए गए थे।वर्ष 2023 के 3 नवंबर को जनपद ललितपुर से स्थानांतरित होने के उपरांत झांसी में तैनाती मिली थी, इंस्पेक्टर को पूर्व में तीन बार अपने व्यवहार को लेकर कार्रवाई का शिकार होना पड़ा है। वर्तमान में इंस्पेक्टर के खिलाफ हुई सस्पेंशन की कार्रवाई के बाद जांच चल रही है।
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