मुज़फ़्फ़रनगर में पुलिस महकमे को हिला देने वाली घटना, जब ड्यूटी पर तैनात सिपाही रूपेंद्र ने खुद को मारी गोली। रेलवे ट्रैक पर मिला शव, सिर में लगी थी गोली। जानिए पूरी खबर।
रेल की पटरियों पर वर्दी में पड़ी लहूलुहान लाश, सिर में गोली... पुलिस सिपाही रूपेंद्र की खुदकुशी ने हिला दी पूरी मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस
मुज़फ़्फ़रनगर की सर्द और शांत शाम उस वक्त मातम में बदल गई, जब सिविल लाइन इलाके के रेलवे ट्रैक पर एक वर्दीधारी सिपाही की लाश मिली, सिर में गोली लगी, पास में पड़ी थी सरकारी कार्बाइन और नीला बैग।
मृतक की पहचान 2023 से ज़िला विधिक सचिव के गनर के रूप में तैनात सिपाही रूपेंद्र सिंह के रूप में हुई। मूल रूप से बुलंदशहर का निवासी यह जांबाज़ सिपाही आख़िर किस दर्द को दिल में छुपाए जी रहा था, यह सवाल अब पूरे पुलिस महकमे को चुभ रहा है।
घटना की भयावह तस्वीर:
रविवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर सहारनपुर की दिशा में एक सिपाही का शव पड़ा है। मौके पर पहुंचे अधिकारी स्तब्ध रह गए, वर्दी में लिपटा रूपेंद्र, पीठ पर टंगा नीला बैग, सिर में गोली और उसके पास पड़ी उसकी सरकारी कार्बाइन, मौके से एक जिंदा कारतूस और एक खोखा भी बरामद हुआ है।
क्या यह आत्महत्या थी या कोई गहरी साजिश?
फिलहाल पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है, लेकिन तमाम एंगल्स से जांच की जा रही है। सवाल यह भी है कि ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही आखिर इतना टूट कैसे गया कि उसने खुद पर गोली चला दी?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार:
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। परिजनों को सूचना दे दी गई है और पुलिस की फील्ड यूनिट, उच्च अधिकारियों के साथ घटनास्थल की गहनता से जांच कर रही है।
एक सन्नाटा, जो सवाल छोड़ गया...
रूपेंद्र सिंह की अचानक और दर्दनाक मौत न सिर्फ पुलिस विभाग के लिए झटका है, बल्कि यह उन तमाम मानसिक दबावों और अकेलेपन की कहानी भी कहती है, जो अक्सर वर्दी के पीछे छुप जाते हैं। क्या उसे कोई व्यक्तिगत परेशानी थी? क्या ड्यूटी में तनाव कुछ ज़्यादा था? या फिर कुछ ऐसा था जो वो कह नहीं सका?
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