अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलके पीजी कॉलेज परिसर में सोमवार को संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान डॉ अम्बेडकर जी के कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।
14 अप्रैल को महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के परीक्षा प्रभारी डॉ सद्गुरु प्रकाश, सह परीक्षा प्रभारी डॉ सुनील कुमार शुक्ल व महाविद्यालय के स्टेनो डॉ राजकुमार चौहान ने डॉ अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया। परीक्षा प्रभारी डॉ सद्गुरु प्रकाश ने कहा कि भारतीय संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मतिथि, भारत में 14 अप्रैल को हर साल अंबेडकर जयंती मनाई जाती है। यह दिन न केवल उनके जीवन और संघर्षों को याद करने का मौका है, बल्कि न्याय, सामाजिक समानता और मानव अधिकारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए भी यह बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है। डॉ. अंबेडकर एक महान समाज सुधारक, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, विधिवेत्ता और भारतीय इतिहास के सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों में से एक थे। उन्होंने भारत के आजादी के समय देश को सही दिशा दिखाने के लिए कई तरह के योगदान दिए और भारत का संविधान तैयार करना उनमें से ही एक योगदान है। सह परीक्षा प्रभारी डॉ सुनील कुमार शुक्ल ने गोष्ठी का संचालन करते हुए उनके विचारों से अवगत कराया। स्टेनो डॉ राज कुमार चौहान ने उनके कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय संविधान को एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समतावादी दस्तावेज के रूप में तैयार किया। संविधान में उन्होंने सामाजिक न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के सिद्धांतों को मूल आधार बनाया। इस अवसर पर आज़ाद बाबू, विनीत मिश्र, तरुण सिंह व पंकज द्विवेदी सहित कई लोग मौजूद रहे।
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