झांसी के एक गांव में 200 रुपए के मामूली विवाद ने खून-खराबे का रूप ले लिया। एक दिव्यांग युवक की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपी फरार है, गांव में दहशत और मातम का माहौल है।
"200 रुपए की बहस और मौत की सजा!"
झांसी जिले के गरौठा थाना क्षेत्र स्थित गांव जसवंतपुरा में सोमवार की शाम एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। एक चचेरे भाई ने सिर्फ 200 रुपए के लेनदेन को लेकर अपने ही रिश्तेदार की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर दी। मृतक दिव्यांग था और अभी शादीशुदा भी नहीं था। अब परिवार में मातम और गांव में सन्नाटा पसरा है।
"सिर्फ 200 रुपए मांगने पर फूटा खूनी गुस्सा"
22 साल का प्रहलाद, जो एक पैर से दिव्यांग था, घर पर बैठा था। तभी उसका चचेरा भाई आकाश वहां पहुंचा और 200 रुपए की मांग की। जब प्रहलाद ने देने से इनकार किया, तो बात बिगड़ गई। गाली-गलौज के बीच आकाश तैश में आ गया और घर से कुल्हाड़ी उठा लाया। प्रहलाद कुछ समझ पाता, उससे पहले ही उस पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए।
"सिर पर वार, खून से लथपथ ज़मीन पर गिरा प्रहलाद"
सिर में लगे घातक वार से प्रहलाद मौके पर ही ढेर हो गया। खून की धारें इतनी तेज़ थीं कि कुछ ही पलों में पूरा आंगन लाल हो गया। हत्या के बाद आरोपी आकाश वहां से फरार हो गया।
"माँ-बाप की चीखें, गांव में मातम"
जैसे ही घरवालों को वारदात की जानकारी मिली, चीख-पुकार मच गई। प्रहलाद की मां-बाप की हालत रो-रोकर बेहाल है। गांव वालों की मानें तो यह पहली बार था जब इतना निर्मम कांड हुआ और वो भी अपनों के हाथों।
"पुलिस जांच में जुटी, आरोपी अब भी फरार"
सूचना मिलते ही थाना गरौठा के प्रभारी बलिराज शाही मौके पर पहुंचे। फील्ड यूनिट बुलाकर सबूत जुटाए गए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतक के पिता रूपा कोरी की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
"कहानी में दर्द और सवाल दोनों"
मामूली 200 रुपए के लेनदेन ने एक मासूम जिंदगी छीन ली। एक दिव्यांग, जिसे जीवन में सहारे की ज़रूरत थी, उसी के अपनों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है, पर गांव में डर अब भी ज़िंदा है।
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