लखीमपुर में तीन बच्चों के पिता ने पत्नी का प्रेमी से कराई शादी, भारी पंचायत में नीले ड्रम के खौफ से कांप उठा पति, लिखित समझौता करके पत्नी को किया प्रेमी के हवाले।
कमलेश
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हैरान करने वाला मामला देखने को मिला है, यहां के रहने वाला गुरनाम नीले ड्रम के खौफ से इतना डर गया कि पंचायत में लोग उसी के पक्ष में थे, उसके बावजूद भी डर के आगे हार गया। उसने पत्नी का हाथ प्रेमी के हाथों में सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक निघासन थाना क्षेत्र अंतर्गत चखरा गांव के रहने वाले 40 वर्षीय किसान गुरनाम सिंह की पत्नी राजविंदर का गुरनाम ताऊ के बड़े बेटे सतनाम सिंह से अफेयर हो गया। इसके बाद मामले में पंचायत हुई। जहां गुरनाम ने पत्नी का हाथ ताऊ के शादीशुदा बेटे को सौंप दिया।
शादी को दो दशक
गुरनाम और राजविंदर कौर का 18 साल पहले विवाह हुआ था, दोनों से वर्तमान में तीन बच्चे हैं। जिसमें 18 वर्षीय मनदीप कौर, 11 वर्षीय मनप्रीत कौर और 10 साल का बेटा गुरदीप है। खेती किसानी करके गुरनाम परिवार चलाता था।
दो बच्चों का बाप है प्रेमी
बताया जाता है कि राजविंदर और सतनाम की प्रेम कहानी अभी कुछ दिनों पहले ही शुरू हुई थी, सतनाम पहले से विवाहित है, उसकी पहली पत्नी का नाम भी राजविंदर है। जिससे 11 वर्ष की मनमीत कौर और नववर्ष गुरकीरत सिंह दो बच्चे हैं। गुरनाम के घर से सतनाम महज कुछ ही दूरी पर रहता है।
पति को भेज दिया जेल
पति गुरनाम का आरोप है कि 1 वर्ष पहले उसे अपने भाई सतनाम और पत्नी के अफेयर के बारे में जानकारी हुई, तब डांट फटकार लगाई, लेकिन उसकी हरकतों में कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि उसने प्रेमी के साथ मिलकर खौफ में जीने को मजबूर कर दिया। अपने प्रेमी सतनाम के साथ मिलकर मारपीट की थी, इसके बाद उल्टा केस भी दर्ज कराया था। मामले में जेल जाना पड़ा था।
लौटा, बुलाई पंचायत: पति गुरनाम का दर्द
अपने भाई और पत्नी से परेशान होकर पंचायत बुलाई। गांव के संभ्रांत लोग इकट्ठा हुए, लेकिन दोनों किसी की सुनने को राजी नहीं है। इन दोनों का मिलना जुलना लगातार जारी रहा, इन दोनों का खौफ इस कदर बढ़ गया कि मां अपने भाई के पास चली गई, मर भी डर गई थी। कुछ दिनों पहले सतनाम के पिटाई हालत खराब हो गई थी, पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवा करके इलाज करवाया था। तब से वह अपने चचेरे भाई से डरने लगा है।
अब डर नहीं बोला पति
गुरनाम ने बताया कि सारी परिस्थितियों को देखते हुए 26 मई को घर वालों और बच्चों की मर्जी से पंचायत बुलाकर पत्नी का हाथ भरी पंचायत में बड़े पिता के बेटे सतनाम को सौंप दिया। अब इस बात का सुकून है कि कोई मारने पीटने वाला नहीं है, बच्चे नानी के घर गए हुए हैं। बड़ी बेटी मनप्रीत का 19 मई को विवाह कर दिया है, बेटी की विदाई के बाद से पत्नी से डर बढ़ गया था।
पत्नी का आरोप
पत्नी राजविंदर ने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लगातार मारपीट करता था, मारपीट को लेकर कई बार पंचायत भी हुई, लेकिन उसमें सुधार नहीं आया। पति ने मेरी शादी सतनाम से नहीं कराई, बल्कि मेरी मर्जी से हुई है। 3 साल से सतनाम लगातार सहारा बना हुआ था, अब मैं सतनाम के घर चली आई हूं।
प्रेम नहीं, शक
मामले में सतनाम का कहना है कि गुरनाम का घर करीब है, वह अक्सर अपनी पत्नी को मारता पीटता था, बीते एक दो वर्ष से उसकी पत्नी के बचाव में खड़ा हो जाता था। जिससे गुरनाम शक करने लगा। उसे लग रहा था कि उसकी पत्नी से उसका अफेयर है।
सतनाम के घर में बवाल
सतनाम की पहली पत्नी राजविंदर के होते हुए प्रेमिका राजविंदर के पहुंचने से घर में उथल-पुथल मच गया है। पत्नी राजविंदर दो बच्चों की मां है, बच्चे समझने की उम्र में है। पति के हरकतों का जिस पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। ऐसी स्थिति में पत्नी राजविंदर ने बच्चों को ननिहाल भेजने का फैसला किया है।
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