लखनऊ के चिनहट में महिला की हत्या का पुलिस ने महज 3 घंटे में खुलासा कर दिया है। नाबालिग बेटी ने नाबालिग प्रेमी के साथ मिलकर मां की हत्या कर दी। मामले में दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में घोर कलयुग का मामला प्रकाश में आया है, जिस मां ने अपनी बेटी को सयानी बनाने के लिए अपने दिन को दिन और अपनी रात को रात नहीं समझा, वही बेटी कच्ची उम्र में प्रेमी के बहकावे में आकर जन्म देने वाली मां की कातिल बन गई। उसे मां का प्यार भी याद नहीं रहा, उसकी नजरों के सामने बस उसके प्रेमी का सम्मान और उसका ही प्यार रहा। मां की हत्या करने से पहले उसके नाबालिग प्रेमी ने उसे इतना समझाया कि उसके दिल में मां के प्रति रहने वाले प्यार की मौत हो चुकी थी। शायद तभी वह अपने ही हाथों अपनी मां की हत्या कर सकी होगी।
भाई ने दर्ज कराया मुकदमा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक चिनहट थाना क्षेत्र निवासी रवि पुत्र स्वर्गीय पीतांबर प्रसाद ने स्थानीय पुलिस में सूचना देते हुए कहा कि उसकी 40 वर्षीय बहन उषा सिंह पत्नी स्वर्गीय योगेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तत्काल जांच पड़ताल शुरू कर दिया। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर पूरे तह तक जाने की कोशिश की। घटना के खुलासे के लिए गठित चार टीमों ने महज 3 घंटे के भीतर पूरे मामले से पर्दा उठा दिया।
पुलिस ने जांच में पाया कि मृतक की नाबालिग पुत्री और उसका नाबालिक प्रेमी घटना में शामिल थे। चिनहट कस्बे के पास से दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया।
पड़ोसी से इश्क
मृतका की 15 वर्षीय नाबालिग पुत्री और उसके 17 वर्षीय प्रेमी ने बताया कि हम दोनों का घर आसपास ही है। दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं, इसी कारण से बीते वर्ष दोनों एक साथ भाग गए थे। तब मृतका ने पुलिस में शादी का झांसा देकर बहला फुसलाकर कर नाबालिग को भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में पुलिस ने प्रेमिका को बरामद करते हुए प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया था।
बदले की पनपी की भावना
जेल से लौट कर आने के बाद दोनों के प्रेम प्रसंग पर अंकुश नहीं लगा। बल्कि पकड़े जाने के बाद प्रेमिका का दीवानापन बढ़ता गया, वही प्रेमी के अंदर दिनों दिन बदले की भावना पनप रही थी।
प्रेमिका को उकसाया
किशोरी ने पुलिस के पूछताछ में बताया कि नाबालिग प्रेमी जेल से छूटने के बाद उसे अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसाते हुए उकसाया कि तुम्हारी मां के कारण हम दोनों को अलग होना पड़ा, उसी के कारण से जेल भी जाना पड़ गया। जिसकी सजा उसे मिलनी चाहिए। इसी भावना में बह कर मृतका की पुत्री हैवान बन गई, प्रेमी के साथ मिलकर रात में उषा सिंह की हत्या कर दी।
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