मुरादाबाद के मझोला पुलिस ने महिला की हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार किया है। ईंट से पत्नी की हत्या करने के बाद खुरपी से गर्दन काटकर शव मकान में दफना दिया था।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद अंतर्गत मझोला पुलिस ने पत्नी की हत्या के आरोप में उसके पति को गिरफ्तार किया है। आरोपी पति लालच में आकर पत्नी की ईंट से मार कर हत्या कर दी थी, इसके बाद उसके गर्दन को खुरपी से काट डाला था। वारदात को छुपाने के लिए पत्नी के शव को घर में ही दफना दिया था।
अब जाने पूरा मामला
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 18 अप्रैल को पूनम पत्नी शहादत हुसैन ने मझोला पुलिस में शिकायती पत्र देते हुए कहा कि थाना मैनाठेर क्षेत्र के डिंगरपुर गांव में रहने वाली उसकी पुत्री तबस्सुम पत्नी शाने आलम उर्फ रेहान 12 अप्रैल से गायब है, तमाम खोजबीन किया गया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। मामले में मझोला पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर लिया था।
मोबाइल ने किया इशारा
शुरुआती जांच में पुलिस को खाली हाथ रहना पड़ा, तबस्सुम की तलाश और परिजनों से पूछताछ मामूली साबित हुई। तब पुलिस ने सर्विलेंस टीम की मदद से तबस्सुम और उसके पति शाने आलम उर्फ रिहान के मोबाइल को खंगाला, दोनों के बीच हुई बातचीत में संदिग्धता प्रतीत हुई। उधर पुलिस को गुमराह करने के लिए रिहान तबस्सुम के बारे में पूछताछ करने पर लगातार कहता रहा कि वह बाहर जाने को कहकर घर से निकली थी।
आखिरकार बोल दिया सच
12 मई को मझोला पुलिस ने रिहान को थाने पर बुलाकर बातचीत करते हुए मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की, जिसमें हैरानी भरी बात सामने आई, पूछताछ के दौरान आरोपी पति में विरोधाभास उत्पन्न होने लगा। अंततः वह सच्चाई को ज्यादा देर तक छुपा नहीं सका उसने बताया कि 4 अप्रैल को टीपी नगर के जन्नत बाग मोहल्ले में उसी के मकान में उसकी ईंट से कुचलकर हत्या कर दी थी। खुरपी से गर्दन को काटकर सर को गगन नदी के पास फेंक दिया था। जबकि धड़ को घर में ही दफन कर दिया था।
घर में हुई खुदाई
आरोपी पति के निशानदेही पर मौके पर फील्ड यूनिट बुलाई गई, घर में बनी सीढ़ियों के नीचे खुदाई करके तबस्सुम का शव बरामद किया गया, इसके बाद पुलिस ने आरोपी के निशानदेहि से नदी के पास से सिर बरामद कर लिया।
तबस्सुम ने की थी दूसरी शादी
थाना भगतपुर क्षेत्र के चूहा नगला गांव के रहने वाले शहादत हुसैन की पुत्री तबस्सुम का पहला निकाह हुआ था, जिससे वह पांच बच्चों की मां बनी, तबस्सुम के पहले पति ने जन्नत बाग का मकान पत्नी के नाम कर रखा था। लेकिन पहले पति की मौत हो गई। इसी मकान के लालच में आकर रिहान ने 1 साल पहले विधवा महिला से निकाह किया था।
मकान नहीं तो गई जान
पुलिस के पूछताछ में आरोपी पति ने बताया कि 12 अप्रैल को तबस्सुम से मकान को अपने नाम करने के लिए कहा था लेकिन उसने इंकार कर दिया, बेचने के बाद पर भी वह राजी नहीं हुई। बल्कि उसने और बुरा भला कहना शुरू कर दिया।तब निर्णय किया कि तबस्सुम के मौत के बाद मकान उसके नाम आ जाएगा, जिसे बाद में बड़े आसानी से भेजा जा सकेगा। इसी वजह से पास में पड़ी ईंट से उसके सिर पर प्रहार कर दिया।
एविडेंस छुपाने की कोशिश
सर पर चोट लगने के कुछ देर में उसकी मौत हो गई थी। उसकी पहचान छुपाने के लिए खुरपी से गर्दन को धड़ से काटकर अलग कर दिया। शव को बाहर लेकर जाने में समस्या खड़ी हो सकती थी, इसलिए जीने के नीचे खुदाई करके दफना दिया था। इसके बाद वही ईंट का चट्टा लगा दिया, जिससे किसी को खोदे गए जमीन पर शक ना हो। उसके सर को एक थैली में डालकर गागन नदी के पुल के नीचे झाड़ियां में फेंक दिया था।
सर्विलांस को मात देने का पूरा प्रयास
आरोपी ने पुलिस के पूछताछ में बताया कि उसने सर्विलांस को चकमा देने के लिए पूरा प्रयास किया था, जिसके लिए वह तबस्सुम की मोबाइल को अपने साथ ले जाकर बार-बार आन आफ करता रहा, सबको ऐसा लगे कि तबस्सुम खुद ऐसा कर रही है।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में मझोला प्रभारी निरीक्षक रामप्रसाद शर्मा ने बताया कि यह एक ब्लाइंड मिष्ट्री थी थी, जिसे आखिरकार सुलझा लिया गया। आरोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायालय रवाना किया गया है।
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