सुल्तानपुर के चादा में बरात आने के बाद दुल्हन रूठ गई, बारात की रस्में वहीं रुक गई, पूरी रात पंचायत के बाद दूल्हा बिन व्याहे लौट गया।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में दूल्हे को दुल्हन का पसंदीदा जेवर ना ले जाना महंगा पड़ गया, डाल देखने के बाद दुल्हन पक्ष के लोग नाराज हो गए। शादी करने से इंकार कर दिया, बारात से लेकर पुलिस स्टेशन तक पंचायत हुई, आखिरकार दूल्हे को बैरंग लौटना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 23 मई को जिले के चांदा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में बारात आई थी। जेवर का डाल देखते ही वधू पक्ष के लोग भड़क उठे। जिसके बाद विवाह की रस्म बीच में ही रोक दी गई।
नहीं लगे फेरे
बताया जाता है कि जौनपुर जिले के एक गांव से सुल्तानपुर बारात पहुंची थी। धूमधाम और गाजे बाजे के धुनों पर थिरकते हुए बाराती द्वार पूजा के लिए पहुंचे। जहां वधू पक्ष ने गर्मजोशी से सबका स्वागत किया। यहां तक सब कुछ अच्छा चला, द्वार पूजा के बाद वैवाहिक कार्यक्रम आगे बढ़ा तो बाराती भोजन में लग गए। शादी के मंडप पर वर पक्ष गहनों का डाल लेकर पहुंचा तो उसको भी परछने की रस्म अदा की गई। लेकिन डाल का पिटारा खुलते ही वधू पक्ष में भूकंप आ गया। डाल में तय किए गए जेवर के मुताबिक सोने का हार नहीं होने से शादी के फेर की नौबत ही नहीं आई। शादी की रस्में यही रोक दी गई।
पुलिस का दखल नहीं निकला हल
वर और वधू पक्ष के बीच खुशियों भरा माहौल तनाव में तब्दील हो गया, वर पक्ष शादी के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए मनुहार कर रहा था, वही दुल्हन पक्ष बिन हार शादी से इंकार पर अड़े रहे। मौके की नजाकत को देखते हुए स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। मामले की जानकारी मिलते ही कोइरीपुर पुलिस चौकी से पहुंची टीम समझा बूझाकर दोनों पक्ष को चौकी पर लेकर चली गई। जहां घंटों दोनों पक्ष में पंचायत होती रही, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका, यहां पुलिस के हस्तक्षेप के कारण किसी विशेष विवाद की नौबत तो नहीं आई लेकिन दूल्हे को बिन ब्याहे लौटना पड़ा।
बोले चौकी इंचार्ज
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चौकी इंचार्ज वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि दुल्हन शादी के लिए राजी नहीं हुई, दोनों पक्ष ने आपस में समझौता कर लिया, दोनों अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए।
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