अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित सेंट ज़ेवियर्स स्कूल का अपने सहायकों और सपोर्ट स्टाफ की सहायता करने का अनूठा प्रयास मजदूर दिवस के अवसर पर देखने को मिला ।
सेंट जेवियर्स स्कूल के प्रधानाचार्य आसिम रूमी ने 2 मई को बताया कि कोई भी सफलता एकल प्रयासों से संभव नहीं, किसी भी बड़े काम को करने के लिए एक डेडीकेटेड , समर्पित टीम की जरूरत होती है । उन्होंने कहा कि टीम बनती है मेहनत कश इंसानों से, सपोर्ट स्टाफ से, मेंटिनेंस स्टाफ से, हेल्पिंग स्टाफ से और सुरक्षा स्टाफ से । मजदूर दिवस का दिन अपने उन सहयोगियों का आदर करने उनकी सहायता करने ओर उनको ये एहसास कराने का है जो अपनी जुबान से कुछ कहते नहीं है सिर्फ सहते है और अपने काम में एक रोबोट की तरह सुबह से रात तक लगते हैं ।
उन्होंने कहा कि आप हमारे लिए उतने ही महत्वपूर्ण है जितना दूसरा और कोई बड़े पद पर या समकक्ष बैठा परिवार का अन्य सदस्य । बिना आपके सहयोग के हम अधूरे हैं । श्रम दिवस के उपलक्ष्य में सेंट जेवियर्स स्कूल में एक विशेष दान संग्रह एवं सहायता अभियान पूरे हफ्ते चला । इसमें विभिन्न क्लासेज में बच्चों को पहले दया और दान से संबंधित कहानियों व सत्य घटनाओं से स्टूडेंट्स का परिचय कराया गया । इस समाज सेवी कार्य में बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने अपनी स्वेच्छा से इस अभियान को अपनी भागीदारी से सफल और जरूरतमंद को दान कर स्वयं के लिए पुण्य अर्जित किया। सभी ने मिलकर खाद्य सामग्री, कपड़े, जूते और दैनिक उपयोग की वस्तुएं एकत्रित की । सभी वस्तुओं को स्कूल के हेल्पिंग और मेंटिनेंस स्टाफ में बराबर बराबर बांट दिया गया ।
उन्होंने बताया कि विषेश प्रार्थना के समय कक्षा 6 डी की छात्रा सिमर मिश्रा द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के विषय में उसके इतिहास विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की। प्राचार्य आसिम रूमी ने अपने भाषण में मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को अपने सहायकों और अपने काम में शामिल छोटे कर्मचारियों के प्रति रहमदिल और अपनी जिम्मेदारियां एक अभिभावक की तरह निभाने के प्रति प्रेरित और जागरूक किया।
प्राचार्य श्री रुमी ने बताया कि जेवियर्स परिवार एवं अभिभावकों के सहयोग से प्राप्त सामग्री का वितरण 02 मई को प्रार्थना सभा में किया गया ।वितरण कार्यक्रम में छात्रों लिव्लीन कौर, सिमर मिश्रा, सान्वी पाण्डेय, प्रांजल गुप्ता, अपर्णा तिवारी, आरोही झा, वृद्धि जैन ने स्वयं भाग लिया और सेवा भावना के साथ स्कूल के सपोर्ट स्टाफ शारदा शुक्ला, मीरा, सुशीला रानी, गुडिया, पार्वती, श्याम्राजी, नीलम, आरती, रामावती, नरसिंह, राहुल, विजय, संजय शुक्ला, परमात्मा उपाध्याय को दैनिक इस्तेमाल की चीज़ें ओर उपहार सौंपें ।
कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं में करुणा सहानुभूति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करने का एक सफल प्रयास रहा । अभिभावकों द्वारा खुलकर जरूरतमन्दो हेतु सामग्री बच्चों द्वारा विद्यालय को उपलब्ध करवाई गई जिसके लिए प्राचार्य ने अपने अभिभाषण में आभार भी व्यक्त किया । उन्होंने बताया इस अवसर पर स्कूल का एक सहायता समूह भी गठित किया गया है । कार्यक्रम का संचालन आकांक्षा मिश्रा और अन्य व्यवस्थाएं रजनी, लाईक अहमद, रिजवान तथा बिजॉय ने संभाली ।
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