एटा में कुशीनगर के युवक ने खुद को ‘अंश राजपूत’ बताकर युवती से की सगाई; गायत्री मंत्र न सुना पाने पर खुला धोखे का राज। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
उत्तर प्रदेश के एटा जिले से मिली खबर ने सबको चौंका दिया है कि कैसे कुशीनगर जिले के एक युवक ने गुप्त पहचान बनाकर युवती के साथ सगाई की। पुलिस के अनुसार आरोपी युवक ने खुद को ‘अंश राजपूत’ बताकर एटा की एक युवती को प्रेम जाल में फंसा लिया था। मगर जब गहने खरीदने के लिए दिया गया दो लाख रुपये का चेक बाउंस हो गया और दुकानदार ने गायत्री मंत्र सुनने को कहा, तब असली सच सामने आया।
घटना के विस्तार से पता चलता है कि युवती दिल्ली में एक निजी कंपनी में नौकरी करती थी। कुछ समय पहले उसकी एक युवक से दोस्ती हुई और दोनों दिल्ली में रहने के बाद युवक को लेकर वह अपने गांव एटा चली आई। युवक ने खुद को उसी समुदाय का बताया और करीब तीन माह तक गांव में उसके साथ रहकर 29 अप्रैल को पारंपरिक रीति-रिवाज के बीच दोनों ने सगाई कर ली।
सगाई के दिन युवक ने दुल्हन पक्ष को गहने खरीदने के लिए दो लाख रुपये का चेक दिया। हालांकि जब ज्वेलर ने वह चेक बैंक में जमा किया तो वह बाउंस हो गया। चेक बाउंस होने पर दुकानदार को शक हुआ और उसने युवक को बुलाकर गायत्री मंत्र सुनाने को कहा। युवक मंत्र नहीं सुना पाया तो मामला संदिग्ध लगने लगा।
बताया गया है कि युवती के चचेरे भाई, जो खुद पुलिस कांस्टेबल हैं, ने तुरंत थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों का अलग-अलग बयान दर्ज किया और युवक से उसकी पहचान संबंधी दस्तावेज़ मांगे। जांच में पता चला कि ‘अंश राजपूत’ नाम का वह युवक असल में नोमान अंसारी था, जो कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र का रहने वाला है। सच्चाई उजागर होते ही पुलिस ने युवक के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में FIR दर्ज कर दी और न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि युवक द्वारा दी गई जानकारी की भी पड़ताल की जा रही है और जल्द ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने युवती को सुरक्षा मुहैया कराई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है। प्रशासन ने सभी पक्षों से शांतिपूर्वक रहने और पुलिस के साथ सहयोग करने का आग्रह किया है। जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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