ललितपुर के टेकरी गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया। दो बच्चों की मां जयंती फंदे से लटकी मिली। मायके पक्ष का आरोप, पिकअप के लिए पति मांग रहा था 5 लाख रुपये, करता था मारपीट।
यूपी के ललितपुर की तल्ख हवाओं ने रविवार की सुबह एक बार फिर मातम का संगीत गाया। तालबेहट क्षेत्र के गांव टेकरी में 26 वर्षीय विवाहिता जयंती प्रजापति की संदिग्ध हालात में मौत की खबर जब फैली, तो गांव में सनसनी फैल गई।
कमरे की दीवार से लटकी उस मासूम की देह के पीछे एक दर्द भरी दास्तां थी, ऐसी दास्तां जो समाज के उन स्याह कोनों को उजागर करती है, जहां बेटी की जिंदगी की कीमत पति की पिकअप से भी कम आंकी जाती है।
सुबह-सुबह पति सुरेंद्र प्रजापति ने जब अपनी पत्नी को फांसी के फंदे पर झूलते देखा, तो पुलिस और मायके वालों को सूचना दी गई। लेकिन जैसे ही जयंती के पिता प्रीतम प्रजापति पहुंचे, उन्होंने एक झकझोर देने वाला आरोप लगाया, "यह आत्महत्या नहीं, मेरी बेटी की निर्मम हत्या है।"
प्रीतम के मुताबिक, सात साल पहले जयंती की शादी सुरेंद्र से हुई थी। दो बच्चों की मां जयंती बीते एक साल से प्रताड़ना झेल रही थी। पति ने हाल ही में एक पिकअप खरीदी, जिसकी कीमत वो पत्नी के मायके से वसूलना चाहता था, पूरे 5 लाख रुपये।
पिता का दावा है कि पैसे न मिलने पर सुरेंद्र जयंती को मारता-पीटता था, और अब जब वह अपनी जिद में कामयाब नहीं हुआ, तो उसने उसकी जिंदगी ही खत्म कर दी।
हालांकि ससुराल पक्ष का कहना है कि जयंती ने आत्महत्या की है। लेकिन सवाल यह है कि एक मां जो हर दिन अपने बच्चों के लिए जीती है, वह यूं ही मौत को गले क्यों लगाएगी?
CO सिटी अभय नारायण राय ने बताया कि, "मौत के असली कारण का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।" लेकिन जयंती के पिता ने न्याय की गुहार लगाई है कहा है कि "मेरी बेटी के गुनहगार को सज़ा मिले, वरना और बेटियां भी इसी तरह लटकती रहेंगी।"
गांव की गलियों में अब भी जयंती के दो मासूम बच्चों की सिसकियाँ गूंज रही हैं, जिन्हें न मां की ममता समझ आती है, न बाप की बेरुखी।
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