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प्रेमी ने नहीं युवती के पिता और भाई ने मिलकर की हत्या, साजिश में फार्मासिस्ट सहित पांच गिरफ्तार

संभल के रजपुरा में 19 वर्षीय मंजू की हत्या में पिता भाई सहित पांच गिरफ्तार, लालच में फंसकर फार्मासिस्ट बना आरोपी, चढ़ा पुलिस के हत्थे।

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उत्तर प्रदेश के संभल पुलिस ने सोमवार को युवती की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या के बाद पिता और भाई ने रंजिश में गांव के अन्य लोगों को आरोपी बनाया था। लेकिन पुलिस की जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो गया।


प्राप्त जानकारी के मुताबिक 27 मई को सुबह रजपुरा थाना क्षेत्र के हैमदपुर गांव में 19 वर्षीय मंजू की हत्या कर दी गई थी। सुसाइड का रूप देने के लिए शव को फांसी के फंदे से लटका दिया गया था। 31 मई को मृतका संजू के पिता चन्द्रकेश पुत्र श्री राम ने रजपुरा पुलिस में शिकायती पत्र देते हुए कहा कि पूनम, पूनम का भाई उमेश, हरिनारायण, प्रमोद, पप्पी और दो अन्य लोगों ने मिलकर उसकी बेटी संजू की गला दबाकर हत्या करके उसके शव को फांसी के फंदे से लटका दिया है। आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग आए दिन बेटी से झगड़ा किया करते थे। मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू किया तो परत दर परत पूरा मामला उजागर हो गया।


क्या था असली मामला 

दरअसल, मंजू गांव के ही प्रमोद पुत्र हप्पू से प्यार करती थी, कुछ दिनों तक दोनों का इश्क चोरी छुपे चलता रहा, लेकिन कहते हैं कि “इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते” मंजू और प्रमोद का प्यार गांव वालों की नजर से छुपा नहीं रहा। चर्चा आम हुई तो बात दोनों के घर तक पहुंच गई।


कैसे उजागर हुई प्रेम कहानी 

दरअसल, प्रमोद की पत्नी पूनम को प्रमोद के मोबाइल में मंजू और प्रमोद के बातचीत का ऑडियो मिल गया था। इसी ऑडियो में दोनों के प्रेम प्रसंग का भांडा फोड़ दिया। पूनम ने ऑडियो सुनने के बाद अपनी पीड़ा बताते हुए ऑडियो अपने भाई उमेश को भेज दिया। इसके बाद मंजू और पूनम में 26 मई को वाक्य युद्ध हुआ। रात 10:00 बजे प्रमोद घर पहुंचा तो उसने अपनी पत्नी पूनम की पिटाई कर दी। इस दौरान मृतका मंजू का भाई धर्मेंद्र भी प्रमोद के घर पहुंच गया, उसने भी प्रमोद से विवाद किया। मामला दोनों घरों में फैल चुका था। दोनों के अवैध रिश्ते के बारे में दोनों के घर वाले जान चुके थे। ऐसे में मंजू के पिता और भाई खौफ में आ गए। 


डर कर पिता और भाई ने मंजू को मार डाला 

मंजू के पिता और भाई को समाज में अपनी बदनामी का डर सताने लगा, दोनों समाज में खुद को लज्जित महसूस करने लगे। उन्हें डर लगा कि मंजू अपने प्रेमी को लेकर भाग जाएगी तो बची बचाई इज्जत चली जाएगी। समाज में उनकी बड़ी बदनामी होगी, वह किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे। इसी खौफ में 27 मई के 6:00 बजे पिता पुत्र ने मिलकर मंजू का गला घोट दिया। हत्या को आत्महत्या का रूप देते हुए बाप भाई ने मिलकर मंजू के शव को कमरे के अंदर फांसी का फंदा लगाकर लटका दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों चूक गए, जिससे उनकी साजिश फेल हो गई।


रची गहरी साजिश,सर्विलांस ने उजागर की कहानी 

वारदात के बाद, पिता पुत्र ने फोन पर वार्ता करके चंद्रकेश, धर्मेंद्र जयप्रकाश और प्रवेश ने साजिश रची कि मंजू की हत्या में प्रमोद, उमेश, हर नारायण, पप्पी और पूनम को फंसा दिया जाए। इसी षड्यंत्र के तहत जय प्रकाश ने फोन करके प्रमोद के साले उमेश को मौके पर बुला लिया। प्रमोद के रिश्तेदार के पहुंचते ही लोगों ने प्रमोद और उसके रिश्तेदार को आरोपी ठहरा दिया। लेकिन सारी कहानी मौखिक और मनगढ़ंत थी, फोन पर हुई बातचीत की सभी कड़ियां जोड़ने पर कहानी अलग ही बन रही थी। आरोपों में जमीनी विवाद के कारण पप्पी को भी शामिल किया गया।


मौका मिलते ही बिक गया फार्मासिस्ट 

मुकदमे में जिन्हें आरोपी बनाया गया था, वह लोग घबरा गए, उन्हें लगा कि जब फांसी का फंदा डालकर संजू को लटकाया गया है तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा ही दिखेगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्ट्रगुलेशन की कहानी निकले, जिसके लिए आरोपी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहजोई पहुंचे। मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट मधुर आर्य से अपनी पीड़ा बताई, फार्मासिस्ट ने मौका पाते ही 50000 रुपए में अपना जमीर बेच डाला। आरोपी बनाए गए लोगों ने शाम 5:00 बजे तक रुपए उपलब्ध करवा दिया। रुपए की बात होते ही पोस्टमार्टम की तिथि बदल गई, 27 मई को होने वाले पोस्टमार्टम को 28 मई को किया गया।


फार्मासिस्ट की भी सर्विलांस ने खोली कलई

सर्विलांस टीम ने फार्मासिस्ट के मोबाइल नंबर को चेक किया तो पाया गया कि वह विभिन्न थानों में दर्ज मुकदमे में मेडिकल रिपोर्ट के साथ रिश्वत लेकर फेरबदल करता है। यही नहीं, जांच में यह बात भी सामने आई थी वह खुद को डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी एसोसिएशन का जिलाध्यक्ष बताते हुए लोगों पर प्रभाव जमाता है। इसी पद का दुरुपयोग करते हुए मेडिकल रिपोर्ट में फेरबदल करवाने का काम करता है।

   

बोले एएसपी

मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि पिता पुत्र समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी फार्मासिस्ट के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।


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