सीतापुर के तालगांव में कांस्टेबल की पिटाई, जमीन के कब्जे की जानकारी पर पहुंचे डायल 112 के सिपाही को पीटा, आधा दर्जन नामजद सहित कई लोगों के खिलाफ मुकदमा।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में दबंगों ने सिपाही को ही पीट दिया, सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत मिलने पर पहुंचे सिपाही की गांव के दबंग ने लाठी डंडे से पिटाई कर दी। मामले में सिपाही ने विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार के दोपहर तालगांव पुलिस के डायल 112 पीआरबी 1809 पर तैनात कांस्टेबल नरेंद्र कुमार परसापुर गांव में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की सूचना पर पहुंचा था। जहां दबंगों ने दबंगई की हदें पार कर दी। अवैध कब्जे पर अंकुश लगाने पहुंचे सिपाही को पीट कर घायल कर दिया।
गांव से इवेंट
दरअसल, परसापुर गांव के मजरे धोधी के रहने वाले परमानन्द पुत्र छेदू ने डायल 112 में फोन करके जानकारी दी थी कि गांव के रहने वाले, छोटू, प्रहलाद, भूखन, अंगद आदि लोग सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। सूचना मिलते ही सिपाही नरेंद्र कुमार, कादिर हुसैन, होमगार्ड चालक जितेन्द्र दीक्षित मौके पर मौके पर पहुंच गए, जहां दबंगों सिपाही को पीट दिया।
जान से मारने की नीयत से बोला धावा
सिपाही के मुताबिक, वह मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रहा था। तभी अचानक कॉलर परमानंद, लवकुश पुत्र परमानन्द, आलोक पुत्र परमानन्द, मीना पत्नी परमानन्द, गंगोत्री पुत्री परमानन्द, गोमती पुत्री परमानन्द और कई अज्ञात लोगों के साथ एक राय होकर धावा बोलते हुए कहा कि इन पुलिस वालों को जान से मार डालो, तभी कुछ होगा। सिपाही का आरोप है कि आरोपी लाठी डंडा, बांका व धारदार हथियार से लैस होकर पुलिस वालों को गालियां देते हुए हमला कर दिए।
अफरातफरी का माहौल
दबंगो के हमला बोलते ही गांव में अफरातफरी का माहौल बन गया, घटना को देखते ही गांव के अन्य लोगों में दहशत व्याप्त हो गई। लोग अपने-अपने घरों के खिड़की दरवाजे बंद करके भागने लगे। खुद पर हमला होते देख पुलिस टीम अपनी जान बचाने के लिए मौके से खेतों के तरफ भाग निकली, इस दौरान अधिकारियों को घटना से अवगत करवाते हुए बचाव की गुहार लगाई। दूरभाष के जरिए जानकारी मिलते ही ताल गांव से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। घायल हुए सिपाहियों का इलाज कराया गया।
विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
सिपाही के शिकायती पत्र पर ताल गांव पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने, पुलिस टीम पर हमला करने, मारपीट कर घायल करने, गाली गलौज देने, सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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