वाराणसी के मंडुवाडीह में एंटी करप्शन टीम ने दरोगा सिपाही को किया गिरफ्तार, मुकदमे में नाम न बढ़ाने के एवज में मांगी थी रिश्वत, रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने दबोचा।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एंटी करप्शन टीम ने उप निरीक्षक और आरक्षी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मामले में एंटी करप्शन टीम ने आरोपी दरोगा सिपाही के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत कराया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार के दोपहर भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई वाराणसी ने मंडुवाडीह थाना में तैनात उप निरीक्षक और आरक्षी को 15000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
क्यों मांगी रिश्वत
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीड़ित का दुकान एक शराब के ठेके के पास संचालित है, जहां बीते दिनों हुए मारपीट में पीड़ित के भाई का नाम जोड़ने की धमकी दी गई थी। दरोगा ने कहा था कि शराब के ठेके पर हुए मारपीट के मामले में नाम जुड़ जाएगा तो जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। ऐसे में पीड़ित ने कुछ समय मांग कर रुपए उपलब्ध करवाने का वादा किया, लेकिन पीड़ित ने मामले में एंटी करप्शन टीम में शिकायत दर्ज करवा दी।
एंटी करप्शन टीम का एक्शन
रिश्वत मांगने की जानकारी मिलते ही एंटी करप्शन टीम एक्शन मूड में आ गई, टीम के निर्देशानुसार पीड़ित ने थाने में पहुंचकर दरोगा को फोन किया, तब दरोगा ने कहा कि कांस्टेबल शक्ति सिंह यादव को बोल देता हूं, उन्हीं के साथ चले आओ। पीड़ित रुपए लेकर कांस्टेबल के साथ थाने के चंद कदमों की दूरी पर मौजूद दरोगा के पास पहुंचा, इस दौरान एंटी करप्शन टीम के सदस्य मुस्तैद रहे, दरोगा अभय नाथ तिवारी के कहने पर सिपाही ने रिश्वत की रकम अपने हाथों में ले ली। जैसे ही सिपाही रुपए लेकर दरोगा की तरफ बढ़ा, आसपास में मौजूद एंटी करप्शन टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
मुकदमा दर्ज
एंटी करप्शन टीम प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कैंट पुलिस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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