झांसी के टहरौली थाना का कुम्हरिया गांव, खूबसूरत पूजा जाटव की हैवानियत भरी कहानी, खूबसूरती के पीछे छुपा काला सच, शादी के बाद शादी, हत्या के बाद हत्या।
उत्तर प्रदेश के झांसी में एक कातिल बहू के कारनामे ने सबको हैरान कर दिया है। कातिल बहू पूजा जाटव की कहानी सुनने के बाद वेब सीरीज की पटकथा तैयार करने वालों की कहानी भी फीकी ही पड़ जाएगी। बला की खूबसूरत कातिल बहू जितनी खूबसूरत है, उससे कहीं ज्यादा शातिर निकली। लेकिन जरा सी चूक में उसके कारनामे जगजाहिर हो गए।
टहरौली थाना क्षेत्र के कुम्हरिया गांव में
कातिल बहू ने अपनी बहन और उसके प्रेमी से मिलकर उस सास को बेहोश करके मार डाला, जिसने उसे अपनी बहु नहीं बल्कि बेटी स्वीकार किया था। कातिल बहू को दौलत की हवस इस कदर बढ़ी की सासू मां की गला घोट कर हत्या कर दी। महज आठ बीघा जमीन, जो सुशीला सिंह ने बहु को देने के लिए पहले ही सोच लिया था, कातिल बहू पूजा ने मां जैसी सास के विश्वास की हत्या करते हुए सास की भी हत्या कर दी।
दोनों बहने गिरफ्तार
आरोप है कि पूजा ने पहले पति पर गोली चलवा दी, दूसरे के साथ लिव इन रिलेशन मे रही, तीसरे पति के मां की हत्या करवा दी। 22 जून को सुशीला सिंह का उनके ही घर में शव बरामद हुआ। पति के शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की तो, हत्यारा कोई बाहर वाला नहीं बल्कि आस्तीन सांप छोटी बहू पूजा जाटव निकली, तो बड़ी बहू पूजा जाटव की बहन कामिनी उर्फ कमला ने छोटी बहन की योजना को पूरा किया। पुलिस ने पूजा और कामिनी को गिरफ्तार कर लिया है, वही आरोपी प्रेमी अनिल फरार है।
खूबसूरती के बदौलत कातिलाना ताने बाने
बताया जाता है कि पूजा जाटव ने कभी रिश्तो की कद्र ही नहीं की, वह हमेशा जुर्म पर जुर्म करती गई, वही खूबसूरती के कारण आशिकों की कतारें लगी रहीं। आरोप है कि पूजा जाटव ने पहले पति रमेश पर गोली चलवा दिया था, इसके बाद वह सलाखों के पीछे पहुंच गई थी, लेकिन जेल में वह शांत नहीं बैठी, वहां भी एक नए इश्क की पटकथा तैयार कर दी। जिसकी दुर्घटना में मौत हो गई। अंततः पूजा ने प्रेमी के भाई संतोष को अपना पति स्वीकार कर लिया। लेकिन, पूजा के अंदर जो महिलाओं की भावनाएं होनी चाहिए थी वह धीरे-धीरे मृतप्राय होकर दौलत की हवस में बदलती जा रही थी।
मर गई सारी संवेदनाएं, जन्मदिन पर हत्या
सास की हत्या से पहले कातिल बहू ने पूरी भूमिका तैयार कर ली थी, जमीन का लालच देकर उसने अपनी बहन कामिनी, और उसके प्रेमी अनिल वर्मा को हायर किया था। जन्मदिन पर पति संतोष सिंह और ससुर अजय को ग्वालियर बुला लिया। ऐसे में सास घर में अकेली हो गई। इधर बहन कामिनी और उसके प्रेमी अनिल मोटरसाइकिल से सास सुशीला के घर पहुंचे, बेहोशी का इंजेक्शन देने के बाद जब यह इत्मीनान हो गया कि अब सुशीला कोई विरोध नहीं करेगी तब गला घोट कर मार डाला गया।
सास से क्या थी दिक्कत
पूजा जाटव, की सास सुशीला जमीन बेचने का विरोध कर रही थी, जबकि पूजा चाहती थी की 16 बीघा उपजाऊ जमीन का आधा हिस्सा बेचकर ग्वालियर में एक आशियाना बनाया जाए। जिसका पति और ससुर से मंजूरी मिल गई थी, लेकिन सास सुशीला को पैतृक जमीन से लगाव था, वह पैतृक जमीन नहीं बेचना चाहती थी। उसका कहना था कि यह जमीन उसे विरासत में मिली है इसको नष्ट नहीं किया जा सकता है।
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