प्रतापगढ़ के महेशगंज में तैनात उप निरीक्षक रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार, पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर कराया गिरफ्तार।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पुलिस अधीक्षक डॉ• अनिल कुमार की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। थाना पर उप निरीक्षक की शिकायत मिलने के बाद निलंबन की कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया। जिसके बाद कार्यवाही करते हुए पुलिस ने आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के महेशगंज थाना पर तैनात उप निरीक्षक के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने आरोपी दारोगा के खिलाफ जांच कराया। जिसमें आरोपों की पुष्टि होने के बाद आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब जानिए पूरा मामला
दरअसल, महेशगंज थाना में तैनात उप निरीक्षक जितेंद्र सिंह एक मुकदमे की विवेचना कर रहे थे, जिसमें जांच के दौरान वह आरोपी से मिले। इस दौरान उन्होंने आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमे से उसका नाम निकालने के लिए रिश्वत की मांग की थी। इससे पूर्व फोन पर बातचीत के दौरान उप निरीक्षक ने मुकदमे के आरोपी से रिश्वत मांगा था, जिसका ऑडियो मुकदमे के आरोपी ने रिकॉर्ड कर लिया था। उधर जब मुलाकात करते हुए दरोगा ने रिश्वत की मांग की, तब उसका वीडियो मोबाइल के कैमरे में दर्ज कर लिया गया।
एसपी से शिकायत
शिकायतकर्ता ने पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार से मिलकर दरोगा जितेंद्र कुमार के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्राधिकारी सदर को शीघ्र जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया था। शिकायतकर्ता के द्वारा उपलब्ध कराए गए ऑडियो और वीडियो की जांचोंप्रांत आरोपो की पुष्टि हो गई।
अपने ही थाने में गिरफ्तार हुआ दरोगा
मामले में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर आरोपी दारोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दरोगा जितेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। वही मामले में जांच रिपोर्ट आते ही पुलिस अधीक्षक ने आरोपी दारोगा को निलंबित कर दिया है।
बोले एएसपी
अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय ने बताया कि दरोगा की शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने कठोर कार्रवाई करते हुए, तत्काल प्रभाव से निलंबित करके मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने का आदेश दिया, जिसके तहत कार्रवाई की गई है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ