बरेली की भुता पुलिस ने युवक का खतना होने से पहले धर्म परिवर्तन करने वाले युवकों को किया गिरफ्तार, शादी का लालच देकर मदरसे में चल रहा था धर्मांतरण का खेल, संचालन के लिए अलग-अलग प्रदेशों से वसूले जाते थे चंदे, बड़े पैमाने पर थी धर्मांतरण की तैयारी।
उत्तर प्रदेश के बरेली पुलिस ने धर्मांतरण के मामले में कार्रवाई करते हुए मदरसे से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वही एक ही वक्त भागने में कामयाब रहा है। मदरसे में युवक के खतना की तैयारी चल रही थी, खतना होने से पहले ही पुलिस ने छापा मार दिया। जिससे आरोपी मौके से रंगे हाथ पकड़े गए।
मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए दक्षिणी पुलिस अधीक्षक अंशिका वर्मा ने बताया कि भुता पुलिस ने फैज नगर मदरसे में चल रहे धर्मांतरण के दौरान छापेमारी करके, शादी का लालच व बंधक बनाकर जबरिया धर्मांतरण के लिए लाए गए युवक प्रभात उपाध्याय को सकुशल मुक्त कर लिया है। इस दौरान मदरसे से मुस्लिम संप्रदाय के चार आरोपी गिरफ्तार हुए हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 25 अगस्त को अलीगढ़ के महुआ खेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रपुरी क्वार्सी की रहने वाली अखिलेश कुमारी पत्नी स्वर्गीय अरविंद उपाध्याय ने भुता पुलिस में शिकायती पत्र देते हुए कहा कि चार पांच लोग उसके दृष्टिबाधित बेटे प्रभात कुमार उपाध्याय को, शादी करने का लालच देकर धर्मांतरण दबाव बना रहे है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मदरसे में छापेमारी कर दी। दबिश देने पर अंदर हैरानी भरा मामला सामने आया। इस दौरान पुलिस ने कई ऐसी सामग्री बरामद की, जिससे पुलिस भी हैरान रह गई।
खतना होने से पहले पहुंची पुलिस
दरअसल, पुलिस टीम ने मदरसे में जब छापेमारी की उस दौरान खतना करने का इंतजाम किया जा चुका था। खतना की तैयारी अपने शबाब पर थी, सिर में इस्लामी टोपी लगाए चार लोग प्रभात को घेर कर बैठे हुए थे। अचानक से पुलिस के पहुंचने आरोपियों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने फैज नगर मदरसे से थाना क्षेत्र के फैजनगर के रहने वाले अब्दुल मजीद पुत्र निसार अहमद, सुभाषनगर थाना क्षेत्र के करेली गांव निवासी सलमान पुत्र अहमद रजा, भोजीपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सैदपुर चुन्नीलाल के रहने वाले मोहम्मद फहीम पुत्र मोहम्मद सलीम और सुभाषनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत करेली निवासी मोहम्मद आरिफ पुत्र हफीज अहमद को गिरफ्तार किया है। इस दौरान खतना करने से संबंधित सामग्री में, डिटॉल की सीसी, ब्लेड, पट्टी, धार्मिक पुस्तके बरामद हुई है।
प्रभात का नाम हो चुका था हामिद
दरअसल, पुलिस टीम ने जब छापेमारी की उस दौरान इस्लामी टोपी लगाए हुए युवक को प्रभात को घेर कर बैठे हुए थे, लोगों के तरफ आवाज देते हुए पुलिस ने प्रभात प्रभात कहकर पुकारा, तभी बीच में बैठे युवक ने हाथ उठाकर के कहा कि मेरा नाम हमीद है, तब पुलिस ने पूर्व का नाम बताने के लिए कहा, तब उसने अपना पूरा नाम प्रभात उपाध्याय बताया। जिसे सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। पुलिस ने तत्काल युवक को अपने अभिरक्षा में ले लिया।
पुस्तकों के जरिए किया जा रहा था धर्म परिवर्तन
पुलिस ने प्रभात उपाध्याय के पास से दर्जन भर ऐसी पुस्तक बरामद की है, जिसे पढ़कर इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए उसका मन विचलित हुआ था। जाकिर नायक नामक व्यक्ति की कई सीडी बरामद हुआ है, जो ऑडियो बुक के रूप में धर्म परिवर्तन के लिए काम कर रहा था। इसी तरह से आरोपियों के पास भी कई ऐसी पुस्तक और सीडी बरामद हुई है। जो धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करती है।
बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन की थी योजना
पुलिस ने आरोपियों के पास से धर्म परिवर्तन से संबंधित सादा सर्टिफिकेट बरामद किया है, जिसको धर्म परिवर्तन करने के बाद उपयोग किया जाना था। आरोपियों के पास से पुलिस ने धर्म परिवर्तन करा चुके लोगों का सर्टिफिकेट भी बरामद किया है, जिसमें बृजपाल साहू को अब्दुल्ला बना दिया गया है, बृजपाल साहू की मां उषा रानी को अमीना बना दिया गया है, बहन राजकुमारी का मुस्लिम से निकाह पढ़ा करके धर्म परिवर्तन के बाद आयशा बना दिया गया है।
अलग-अलग राज्यों से आते थे रुपए
पुलिस को आरोपियों के बैंक खाते की जांच में पता चला कि धर्मांतरण के लिए लोगों से चंदा एकत्र किया जाता था। मुख्य आरोपी अब्दुल मजीद चंदा इकट्ठा करने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु आदि राज्यों में घूमता था।
बोली एसपी
मामले में बरेली की दक्षिणी पुलिस अधीक्षक अंशिका वर्मा ने बताया कि पकड़े गए चार आरोपियों के द्वारा कराया जा रहा धर्म परिवर्तन विफल हो गया है, चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोहम्मद बेग नाम का आरोपी फरार है, उसको जल्द गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
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