गोंडा के नवाबगंज में मगरमच्छ बना कैदी, ग्रामीणों ने मगरमच्छ को रस्सी से बांध कर किया कैद, आधी रात को कटरा भोगचंद के टेढ़िया पुलिया के पास पहुंचा था मगरमच्छ, आधी रात के बाद तक ग्रामीण मगरमच्छ से करते रहे मस्ती।
पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
वैसे तो, पानी में राज करने वाले मगरमच्छ का नाम सुनते ही लोगों के पसीने छूट जाते हैं, लेकिन यहां का नजारा उसके विपरीत देखने को मिला। घर के पास मगरमच्छ के दस्तक देते ही ग्रामीणों ने उसके कमर को चारपाई का पट्टा और मुंह को रस्सी से बांध कर कैदी बना दिया। यह नजारा उत्तर प्रदेश में गोंडा के नवाबगंज थाना क्षेत्र में देखने को मिला है। जिसकी तस्वीरें वायरल हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार के रात लगभग 11:00 बजे नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कटरा भोगचंद स्थित टेढ़िया पुल के पास रहने वाले सल्लू भाई के घर, अचानक मगरमच्छ पहुंच गया। जिसके दस्तक से परिवार में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही गांव के युवाओं ने बहादुरी दिखाते हुए बिन बुलाए मेहमान को बंधक बना लिया। इसके बाद देर रात तक मेहमान के साथ तमाशा होता रहा।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, भोजन करने के उपरांत सल्लू का परिवार सोने की तैयारी में जुटा था। इसी दौरान आधी रात को पहुंचे मेहमान के दस्तक से घर के पास मौजूद कुत्तों ने भौंकना चालू कर दिया। जो सल्लू के परिवार और आसपास के लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया। गृह स्वामी ने घर से बाहर निकल कर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। पानी को आशियाना बनाने वाला मगरमच्छ रात में मेहमान नवाजी करवाने सल्लू के घर आया था। यह बात जैसे ही ग्रामीणों को पता चली तमाम लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। मगरमच्छ को नदी में छोड़ने के लिए रेस्क्यू कर लिया।
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ग्रामीणों के कैद में मगरमच्छ |
मगरमच्छ को पहनाई करधनी
जल से आया मेहमान, गांव के लोगों को नुकसान ना पहुंचाएं इसके लिए युवाओं ने तत्परता दिखाते हुए मगरमच्छ को कैदी बना लिया। चारपाई बनाने वाले पट्टे को मगरमच्छ के पेट के हिस्से में बांधकर करधनी पहना दी। वही रस्सी से मगरमच्छ के मुंह को जकड़ दिया। ग्रामीणों ने, मगरमच्छ को रात गुजारने के लिए कैद कर लिया। लेकिन मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम पिकअप पर लादकर जंगल ले आई। जिसकी तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
बोले फॉरेस्टर
वही इस बारे में क्षेत्रीय फॉरेस्टर अरुण तिवारी ने दूरभाष पर बताया कि सूचना मिलने पर मगरमच्छ को लाया गया है। अधिकारियों से बात करके शाम तक नदी में छोड़ा जाएगा।
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