उत्तर प्रदेश के गोंडा में हैरान करने वाला मामला देखने को मिला है। युवक की मौत के बाद उसकी बाई आंख गायब हो गई। मामले को लेकर परिजनों ने हंगामा खड़ा करते हुए चिकित्सकों पर आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज में कर्नलगंज के रामपुर चरसड़ी के रहने वाले मृतक के परिजनों ने चिकित्सकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके 35 वर्षीय भाई कौशलेंद्र की मौत के बाद चिकित्सकों ने दोनों आंख गायब कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
बताया जाता है कि गुरुवार को मृतक कौशलेंद्र कर्नलगंज में शटरिंग का काम करने के दौरान हादसे का शिकार हो गया था। ऊंचाई से गिरने के दौरान दीवार से सिर टकराने से गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे इलाज के लिए तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया था। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार देकर जिला मुख्यालय भेजा था, लेकिन रास्ते में युवक की मौत हो गई थी। मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित करते हुए शव को मोर्चरी में रखवा दिया था। शुक्रवार की सुबह परिजनों को शव मिलने पर दोनों आंख गायब थी। जिसे देखते ही परिजन भड़क उठे, उन्होंने चिकित्सकों पर दोनों आंखें गायब करने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई।
मृतक के भाई का आरोप
मृतक के भाई कृष्ण कुमार सिंह के मुताबिक भाई को छत से गिरकर घायल होने के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचाने से पहले रास्ते मौत हो गई थी। मृतक के भाई का दावा है कि अस्पताल प्रशासन को शव सौंपते समय उसने पूरे बॉडी का वीडियो बना लिया था, जो उसके पास मौजूद है। इस दौरान भाई की दोनों आंखें सलामत थी। जिसके बाद अस्पताल से घर चले गए थे। सुबह वापस लौटने पर भाई की दोनों आंखें गायब मिली। मृतक के भाई का आरोप है कि डॉक्टर ने उसके भाई की आंखें गायब कर दी हैं। कृष्ण कुमार का यह भी दावा है कि मोर्चरी में जहां शव रखा गया था, वहां पर चूहों के जाने का कोई विकल्प नहीं है। चूहा की बात पूर्णतया गलत है। उसका कहना है कि उसके भाई के शव के साथ अन्याय किया गया है। उसे न्याय चाहिए।
बोले मुख्य चिकित्सा अधीक्षक
मामले में डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि परिजनों को समझा बुझाकर कर भेज दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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