संजीव शुक्ला
धौरहरा। बफरजोन के धौरहरा वन रेंज में आतंक का पर्याय बना तेंदुआ आखिर वन विभाग के पिजरे में कैद हो गया। वन विभाग इसे पकडने के लिए करीब दो माह से रेस्क्यू अभियान चला रहा था।
धौरहरा वन रेंज के नरैनाबाबा , पिपरिया और महराज नगर मार्ग और धौरहरा कस्बे के पास करीब तीन महीने से एक तेंदुआ लावारिस पशुओं और कुत्तों का शिकार कर रहा था। जिसके डर से ग्रामीण खेतों में जाने से डरते थे। वन विभाग इसे पकड़ने के लिए लगातार दो माह से रेस्क्यू अभियान चला रहा था। सभासद कपिलेश्वर शुक्ला ने इसे पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाई थी। वन विभाग ने धौरहरा महराज नगर मार्ग पर कपिलेश्वर शुक्ला के खेत के पास पिजरा एक सप्ताह पहले लगाया और उसमें बकरी बांधी। सोमवार अलसुबह तेंदुआ बकरी के लालच में पिजरे में घुसा और कैद हो गया। वन विभाग की टीम उसे वन रेंज लाई जहां मेडिकल के बाद अनुमति मिलने पर जंगल में छोड़ा जाएगा। क्षेत्रीय वनाधिकारी नृपेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया करीब दो महीने से तेंदुआ पकड़ने के लिए अभियान चल रहा था, तेदुए की उम्र लगभग तीन साल की है जो मादा है,अनुमति मिलने पर रिलीज किया जाएगा।


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