अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के गैसड़ी विधानसभा क्षेत्र में भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150 जयंती वर्ष के उपलक्ष में गैसड़ी बाजार के रामलीला मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया।जनसभा में कुर्सी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और विधानमंडल दल के सचेतक साकेंद्र वर्मा और देवरिया सदर विधानसभा सीट से विधायक शलभमणि त्रिपाठी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
जनसभा को संबोधित करते हुए साकेंद्र वर्मा ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने जो हमारी धरोहर को लूटने का प्रयास किया है उसके बदले भव्य सोमनाथ मंदिर का संकल्प लिया और पूरा करके दिखाया था। देश की आजादी दिलाने वाले महापुरुषो को पूर्व की सरकार व पूर्व में सत्ता में बैठे लोग भूल गए थे। वोट चोरी का आरोप लगाने वाले खुद पटेल जी के वोट चोरी किये गए थे। संसद भवन के अंदर पटेल की प्रतिमा स्थापित हुई। गुजरात में छह सौ फिट ऊंची प्रतिमा अंग्रेजों के मुंह पर तमाचा है। बाबा भीम राव आंबेडकर के साथ भी वही किये हैं। बंदे मातरम न गाने वाले लोगों को पहचानने की जरूरत है। मौका आने पर उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है।
देवरिया के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम इतना महान है कि उनके योगदान को याद करते ही हर भारतीय का मन गर्व से भर जाता है। विधायक ने बताया कि वे 8 किलोमीटर की यात्रा कर सभा स्थल तक पहुंचे,लेकिन लोगों के उत्साह और ऊर्जा को देखकर उन्हें तनिक भी थकान महसूस नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि“सरदार पटेल ने अखंड भारत का सपना देखा था। जूनागढ़ और हैदराबाद के विलय के समय उन्होंने जो अद्भुत साहस दिखाया था,उसी की बदौलत आज भारत एकजुट है। सरदार पटेल भले हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका विचार, उनका साहस और उनका संकल्प आज भी हर नौजवान के सीने में जिंदा है।”
“मोदी–योगी उस सपने को आगे बढ़ा रहे हैं”
विधायक त्रिपाठी ने कहा कि सरदार पटेल ने भारत की एकता और शक्ति का जो मार्ग तैयार किया था, उसी संकल्प को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने मंच से कहा—
“मां जगदम्बा की इस धरती पर कोई भी हिन्दू ,कोई भी सनातनी यदि बहन–बेटियों की इज्जत पर खतरा देखता है, तो वह कैसे खामोश रह सकता है?”
उन्होंने बलरामपुर की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि योगी सरकार ने जिस छांगुर गिरोह और उसके मददगारों के खिलाफ जमीन-स्तर पर कार्रवाई की, वह अभूतपूर्व रही।“योगी जी ने पुलिस और प्रशासन लगाकर उसके अड्डों को जड़ से खत्म कर दिया।”
“छांगुर के मददगार आज भी मौजूद उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दीजिए
विधायक ने कहा कि छांगुर जैसे अपराधियों के संरक्षक कभी सरकारों में बैठते थे,आतंकियों के मुकदमे वापस कराए जाते थे।
उन्होंने कहा “आज भी इनके मददगार और पनाहगार छिपे हुए हैं। गद्दारों को खोजने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं है, समाज की भी है। हमें संगठित होकर इन्हें लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देना होगा।”
ओसामा–शहाबुद्दीन प्रकरण का जिक्र
अपने भाषण में उन्होंने बिहार की राजनीति का उदाहरण देते हुए कहा कि राजद–कांग्रेस–सपा गठबंधन ने जिस ओसामा, यानी मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे, को प्रत्याशी बनाया था, उसे जनता ने प्रचंड मतों से खारिज कर दिया।उन्होंने कहा “जो लोग हिंदू समाज पर तेजाब फिंकवाते थे, आतंक का साम्राज्य चलाते थे जनता ने उन्हें इतिहास के कूड़ेदान में फेंक दिया।”
“जाति के नाम पर बांटने वालों से सावधान रहें”
त्रिपाठी ने कहा कि देशभर में लोग अब जाति के नाम पर बांटने की राजनीति को पहचान चुके हैं।“बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली—हर जगह जनता ने जातिवादी राजनीति को नकारा है। जब-जब वे बांटने आएंगे, तब-तब जनता उन्हें हरा देगी।”
डॉक्टर बने आतंकवादी का मुद्दा उठाया
सभा में उन्होंने हाल ही की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक डॉक्टर, जिसे धरती का भगवान कहा जाता है, वही आतंकवाद की राह पकड़ बैठा।
“डिग्री डॉक्टर की, नीयत आतंकवादी की—शरीर में जहर का इंजेक्शन लिए घूम रहा था। यह सिर्फ चुनाव की लड़ाई नहीं है, यह भारत की अस्मिता को बचाने की लड़ाई है।”
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