अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर और उसके आसपास जनपदों में थारू जनजातीय समाज के गौरव भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती समारोह का समापन रविवार शाम भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के अंतिम ग्राम भौंरी साल में आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम के साथ किया गया । भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 10 नवंबर से 16 नवंबर तक थारू बाहुल्य क्षेत्र के ग्रामों में समारोह पूर्वक मनाई गई । कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा कराया गया ।
वनवासी कल्याण आश्रम के विभाग प्रमुख सचिन जी ने 17 नवंबर को बताया कि अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के सेवा समर्पण संस्थान द्वारा 10 नवम्बर से लेकर 16 नवम्बर तक व्यापक गृह सम्पर्क अभियान के तहत बलरामपुर (विभाग) में लखीमपुर खीरी जिले में उद्घाटन 10 नवम्बर को किया गया ।
कार्यक्रम मुख्य अतिथि जिला वन विभाग के जिला वन अधिकारी एवं जिला अध्यक्ष रामाधार जी रहे। जिला अध्यक्ष ने कहा कि हमारे भगवान मुंडा हमारे आरध्य है । भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत को प्राप्त किया था । विरसा ने अंग्रेजी हुकूमत को परास्त कर अपने धर्म, जल, जंगल, जमीन की रक्षा करते संस्कृति को बचाने के लिए अपने प्राणों की बलिदान दे दिया। कार्यक्रम का आयोजन लगभग 20 गांवों में किया गया। दूसरे दिन 11 नवंबर को जिले के मीही पुरवा खण्ड में फकीर पुरी, वरदिया, रमपुरवा धर्मापुर व विशुनापुर, गांवों में मनाया गया ।
12 नवंबर को श्रावस्ती जिले के सिरसिया ब्लाक में रानवापुर में विभिन्न गाँवों में हुआ। 13 नवंबर को महाराजगंज जिले में नौतनवा ब्लॉक अंतर्गत तैरेनी, बरगदवा, पिपरा, महुवा विशुनपुर, पकरी व खैरा गांवों में कार्यक्रम प्रांत संगठन मंत्री पंकज के उपस्थित में आयोजित किया गया । 14 नवंबर को सिद्धार्थनगर में कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
15 नवंबर को बलरामपुर जिला मुख्याल के महाराणा प्रताप वनवासी छात्रावास में भगवान बिरसा मुंडा को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी गई । 16 नवंबर को साप्ताहिक कार्यक्रम का समापन भारत नेपाल सीमा पर हिमालय की तलहटी मे बसे भारत के अंतिम ग्राम भंवरी साल से किया गया । भौंरी साल में समापन समारोह का आयोजन महाराणा प्रताप वनवासी छात्रावास संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ राजीव रंजन की अध्यक्षता में किया गया । कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के विभाग प्रमुख सचिनजी ने साथी दिवसीय कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के विषय में जनजातीय परिवार के लोगों विस्तार से समझाया ।
महामंत्री इंदू भूषण जायसवाल ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवनी पर प्रकाश डाला । कोषाध्यक्ष मंगल बाबू ने बनवासी आश्रम द्वारा जनजातीय परिवारों के लिए किए जा रहे कार्यों के विषय में जानकारी दी । अध्यक्ष भाषण में डॉ राजीव रंजन ने भगवान बिरसा मुंडा को स्वतंत्रता आंदोलन का महानायक बताया । उन्होंने कहा कि मात्र 25 वर्ष की आयु में उन्होंने अंग्रेजों को घुटना टेकने के लिए मजबूर कर दिया था ।
उन्होंने सभी जनजातीय समाज के लोगों से अपील किया कि समाप्त तथा देश के हित के लिए भगवान बिरसा मुंडा के बताए रास्ते का अनुसरण करें । बनवासी महिला छात्रावास की संचालिका आद्या सिंह ने जनजातीय लड़कियों के लिए शिक्षा पर जोर देते हुए हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया । समापन अवसर पर प्रचार प्रमुख अखिलेश्वर तिवारी, वेद प्रकाश मिश्रा, ग्राम प्रधान महिनकी देवी, धनीराम, संतोष कुमार, मंगल प्रसाद थारू, डॉ रवी कृष्ण मिश्रा सहित बड़ी संख्या में थारू जनजाति परिवार के महिला-पुरुष तथा बच्चे मौजूद रहे । जनजातीय परिवारों के साथ सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने सहभोज किया ।
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