अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के एमएलके पीजी कालेज में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा मंगलवार को विश्व मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर गोष्ठी के साथ निबंध एवं वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित किया गया ।
9 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या के अवसर पर प्राचार्य प्रो जनार्दन प्रसाद पाण्डेय के निर्देशानुसार तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के सरोजनी नायडू इकाई, कल्पना चावला इकाई तथा डाॅ कलाम इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ रमेश शुक्ल, डाॅ अनामिका सिंह तथा डाॅ जितेन्द्र भट्ट के संयोजकत्व मे एक कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय सभागार मे किया गया । कार्यक्रम मे राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक तथा स्वयं सेविकाओं सहित महाविद्यालय के सभी संकाय के छात्र छात्राओं ने भाग लिया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य नियंता प्रो वीणा सिंह तथा आई क्यू ए सी के समन्वयक प्रो श्री प्रकाश मिश्र थे । विशिष्ट अतिथि शिक्षाशासत्र के विभागाध्यक्ष डाॅ दिनेश मौर्य, राजनीति विभाग के एसिसटेंट प्रोफेसर डाॅ आशीष कुमार लाल थे । कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक मंगलाचरण, सरस्वती वंदना तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ । सरस्वती वंदना तथा वैदिक मंगलाचरण डाॅ ए के दीक्षित के नेतृत्व मे स्वयंसेवक तथा स्वयं सेविकाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया । सरोजनी नायडू इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ रमेश कुमार शुक्ल ने छात्र छात्राओं तथा स्वयं सेवक व स्वयं सेविकाओं को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के महत्व की जानकारी संक्षेप मे छात्र छात्राओं को दी । डाॅ शुक्ल ने द्वितीय विश्व युद्ध मे हुए मानवाधिकार उल्लंघन के विषय मे संक्षेप मे अपने विचार व्यक्त किए । डाॅ शुक्ल ने एरिक मारिया रेमारक की विश्व प्रसिद्ध पुस्तक आल कवाइट आन द वेस्टर्न फ्रंट के कुछ अंश छात्र छात्राओं तथा स्वयंसेवक एवं स्वयं सेविकाओं के समक्ष पढ़ा । डाॅ शुक्ल ने फ्रांस की राज्य क्रान्ति के समय मानवाधिकारों की घोषणा को विश्व इतिहास की एक युगान्तकारी घटना बतलाया तथा संक्षेप मे इस संबंध मे छात्र छात्राओं को जानकारी दी । साथ ही, डाॅ शुक्ल मे सम्राट अशोक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संक्षेप मे प्रकाश डालते हुए कहा कि अशोक विश्व का प्रथम शासक था जिसने अपने शिलालेख के माध्यम से जनसामान्य को सीधा संबोधित किया था । मुख्य अतिथि के रूप मे अपने सम्बोधन मे मुख्य नियंता प्रो वीणा सिंह ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के विषय मे छात्र छात्राओं को जानकारी दी । प्रो वीणा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा दक्षिण अफ्रीका मे रंगभेद नीति पर चलाए गए अहिंसक आंदोलन पर संक्षेप मे जानकारी दी । प्रो वीणा ने कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा गांधी द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन के समय उपनिवेश वाद के विरूद्ध चलाया गया अहिंसक सत्याग्रह ने समस्त विश्व मे नागरिक अधिकारों तथा स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया है । प्रो श्री प्रकाश मिश्र ने अपने सम्बोधन मे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पहले अध्यक्ष रंगनाथ मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला । उन्होने सभी के लिए सार्वजनिक सेवाएं और गरिमा विषय पर संक्षेप मे अपने विचार व्यक्त किए । उन्होने सात मूल अधिकार के विषय मे भी छात्र छात्राओं को जानकारी दी । इस अवसर पर छात्र छात्राओं तथा स्वयंसेवक व स्वयं सेविकाओं द्वारा वाद विवाद तथा निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । कार्यक्रम मे महाविद्यालय के अन्य शिक्षक डाॅ ए के दीक्षित, डाॅ बी एल गुप्ता, डाॅ अभय नाथ ठाकुर, डाॅ विनीत कुमार, डाॅ कृतिका तिवारी उपस्थित थे । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया ।
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