दुर्गा सिंह पटेल/सुनील गौड़
मसकनवा गोंडा।किसान गेंहू के फसलों को कटाई मड़ाई कर अन्न को समेटने में जुटा है। इसी बीच सोमवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज एकाएक बदल सा गया। देखते ही देखते थोड़ी देर में बिजली कड़कने के साथ तेज हवा के साथ बरसात शुरू हो गई। साथ ही ओले भी गिरने लगे। जिससे किसान मायूस हो गए। बरसात के बूदों ने किसानों के उम्मीदों पर पानी फेर दिया। खेतों में कटी फसल भीग गई। जिससे गेहूं की मड़ाई का काम थम सा गया है। अब उसे सुखाने के बाद ही गेंहू की मड़ाई हो सकेंगी।
छपिया क्षेत्र में सोमवार के दोपहर बाद हुई बरसात से दो दिनों के लिए फसल मड़ाई बाधित हो गई। तेज बरसात से खेतों में कटी गेहूं की फसल भीग गई। किसान अनिल, नेब्बूलाल, लौटू यादव, अर्जुन मौर्या,राजेश पटेल, श्यामलाल आदि ने बताया कि बेमौसम बरसात की वजह से अब दो दिन गेहूं की मड़ाई नहीं हो पाएगी। इतना ही नहीं जो गेहूं के बोझ बांध दिए गए है। उन्हें भी खोल कर सुखाना पड़ेगा। आसमान में काले बादल और बरसात के साथ ओले देख किसान परेशान हो गए। अपनी फसलों को बचाने के लिए चिंतित रहे। किसानों का कहना है कि बरसात से गाढ़ी कमाई डूब जाएगी। वही क्षेत्र में बरसात और ओले से सब्जी किसानों का भी भारी नुकसान हुआ है। ओले गिरने से खेत में लगे लौकी, खीरा, करेला, तरोई, नेनुआ आदि फसलों की भारी नुकसान हुआ है।
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