बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त तथा अपराध व अपराधियों पर त्वरित नियंत्रण के उद्देश्य से बीट सिस्टम को अपग्रेड करके बीट आरक्षियों को बीट पुलिस ऑफिसर का दर्जा प्रदान कर पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने एक सकारात्मक पहल शुरू की थी, जिसका परिणाम अब धीरे-धीरे सामने आने लगा है । पुलिस अधीक्षक ने बीट पुलिस ऑफिसरों की बैठक करके अब तक की गतिविधियों की समीक्षा की साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए ।
पुलिस ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा द्वारा नवगठित बीट पुलिस आफिसर्स (बीपीओ) के कार्यों की समीक्षा की गयी एवं बीट पुलिसिंग सिस्टम में आ रही समस्याओं को सुना गया। तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक द्वारा आवश्यक आदेश व निर्देश निर्गत किये गये । पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों में प्रमुख रूप से बीट में बीपीओ द्वारा अनिवार्य रुप से 6 स्थानों पर मुनादी की जाएगी। बीपीओ थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी व हल्का प्रभारी की सक्रिय एवं पेशेवर अपराधियों की सूची की समीक्षा उपरांत ही, आदेशानुसार बीपीओ द्वारा निगरानी व विवरण एकत्र किया जाएगा। भूमि व भवन विवाद के सम्बन्ध में बीपीओ द्वारा अनिवार्य रुप से बीट सूचना नोट कराई जाएगी। इसमें लापरवाही की दशा में बीपीओ स्वयं जिम्मेदार होंगे। बीपीओ की ड्यूटी जैसे गार्द, सन्तरी, हमराह नहीं लगाई जाएगी। अवकाश की दशा में अस्थाई बीपीओ अस्थाई ही रहेंगे वह किसी भी दशा में स्थाई बीपीओ की वापसी के बाद उसका स्थान नहीं लेंगे। बीट परिवर्तन की दशा में सूचना थानों द्वारा तत्काल वाचक कार्यालय को उपलब्ध कराई जाएगी। पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थानों को सख्त निर्देश दिया गया कि किसी भी भूमि विवाद की सूचना पर मौके पर पुलिस अनिवार्य रुप से जाकर अपनी कार्यवाही सुनिश्चत करेगी व कार्यवाही का विवरण पुलिस अधीक्षक कार्यालय आईजीआरएस को प्रेषित करेंगे।
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