अवधेश तिवारी/आनन्द तिवारी
गैसड़ी बलरामपुर ।। बलरामपुर के गैसड़ी थाना क्षेत्र के सुगांव मझौली के रहने वाले धर्मपाल वर्मा की 16 जून को बाग की रखवाली करते वक्त धारदार हथियार से हत्त्या कर दी गयी थी। इस ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए पुलिस ने 4 लोगो को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से हत्त्या में प्रयुक्त हथियार भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि साल 1992 में मृतक धर्मपाल वर्मा और गांव के ही त्रिभुवन के बीच विवाद हुआ था। शरीर मे गंभीर चोट आने के कारण त्रिभुवन अपाहिज हो गया था। इसी बात को लेकर त्रिभुवन के पुत्र कन्हैया उर्फ गोली (जो लोगो को बैंक से लोन दिलाने का काम करता था) धर्मपाल से बदला लेने की मंशा मन में पाले हुए था। उसने साजिशन पहले मृतक धर्मपाल से नजदीकियां बढाई और उसका विश्वास जीत लिया। नजदीकियां अब इतनी गहरी हो गयी थी मृतक धर्मपाल के बैक का पासबुक व उसका चेकबुक भी कन्हैया के पास ही रहता था। जिसका फायदा उठाते हुए कन्हैया , भूर्रे व मुन्ना के साथ मिलकर धर्मपाल की हत्या के लिए श्रावस्ती से अवैध बन्दूक खरीदी जो ट्रायल में चली नही। कन्हैया ने धर्मपाल को बिना बताए उसके खाते से कुछ रूपये धर्मपाल के भाई रामदेव के खाते से 2 लाख 18 हजार रूपये निकाल निकाल लिए। किसी तरह जब रुपये निकालने का खुलासा हुआ तो धर्मपाल व उसके भाई ने अपना खाता चेक कराने की बात कही। जिससे कन्हैया डर गया और उसी रात अपने रिश्तेदार मुन्ना व एक अन्य दोस्त भूर्रे अपने भतीजे अजीत के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से धर्मपाल की हत्या बागीचे में कर दी और फरार हो गए। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है इनके पास से घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, फावड़ा, देशी बन्दूक, 4 कारतूस व 1 बाइक भी बरामद किया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली गैसड़ी डीडी मिश्रा, उप निरीक्षक कुतुबुद्दीन, आरक्षी सुरेंद्र कुमार, जगन्नाथ, अभिषेक चौधरी, स्वाट टीम के उप निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह, बिरजू कुमार, रामू सरोज तथा सर्विलांस टीम के आरक्षी रोहित शुक्ला, अखिलेश खरवार व राकेश शाह शामिल है ।
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