दुर्गा सिंह पटेल
गोंडा// मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सहित सभी सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज पर हो रहे हमलों के खिलाफ उत्तर प्रदेश मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन आगामी 12 अक्टूबर को श्रम विभाग कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेगी। यह बात उत्तर प्रदेश मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन के प्रदेश सचिव कामरेड कौशलेंद्र पांडे ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कही।कामरेड कौशलेंद्र पांडेय ने कहा की आज जब पूरे देश में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सहित सभी सेल्स प्रमोशन इंपलाईज के बेहतर जीवन जीने के लिए बहुत ही मजबूत श्रम कानूनों की जरूरत थी तब ऐसे समय में केंद्र सरकार ने सभी 44 श्रम कानूनों को 4 श्रम संहिता में बदल कर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को बंधुआ मजदूर के रूप में बदलने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा श्रम कानूनों में सुधार के नाम पर श्रम कानूनों को प्रभावहीन कर दिया गया है ताकि कर्मचारियों का मनमानी तरीके से शोषण किया जा सके। कामरेड कौशल पांडेय ने कहा की आने वाले 12 अक्टूबर 2020 को श्रम विभाग कार्यालय पर निम्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें मजदूर विरोधी कोर को वापस लिए जाने, आवश्यक वस्तु अधिनियम में कोई भी बदलाव ना किए जाने, वेतन में कटौती ना किए जाने तथा कर्मचारियों को नौकरी से न निकाले जाने,यूसीएमपी कोड को वैज्ञानिकता प्रदान किए जाने, दवाओं व चिकित्सकीय उपकरणों पर जीएसटी शून्य किये जाने, ₹21000 प्रतिमाह न्यूनतम वेतनमान दिये जाने, 6 माह तक मेटरनिटी लीव सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज के लिए घोषित किए जाने, पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम किए जाने, किसान विरोधी अध्यादेश व कानूनों को वापस लिये जाने, अनैतिक रूप से कर्मचारियों की कटनी छटनी बंद किए जाने की मांगे शामिल हैं। कामरेड कौशलेंद पांडेय ने कहा की अगर मांगे ना मानी गई तो 26 नवंबर 2020 को प्रस्तावित अखिल भारतीय महा हड़ताल में भारी संख्या में श्रमिकों की भागीदारी कर आंदोलन को तेज किया जाएगा।
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