Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

BALRAMPUR...डाला छठ महापर्व, डूबते सूर्य को दिया गया अर्घ्य



अखिलेश्वर तिवारी/अश्वनी गुप्ता

जनपद बलरामपुर में बड़े पैमाने पर डाला छठ पर्व मनाया जाने लगा है । बिहार क्षेत्र से आने वाले तमाम अप्रवासी लोगों द्वारा इस क्षेत्र में स्थापित मिलो में कार्यरत होने के कारण डाला छठ पर्व मनाने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है ।


जानकारी के अनुसार बलरामपुर जिला मुख्यालय तथा तुलसीपुर तहसील मुख्यालय पर स्थापित चीनी मिलों में बड़ी संख्या में पूर्वांचल तथा बिहार प्रदेश के लोग कार्यरत हैं । उन्हीं के द्वारा क्षेत्र में डाला छठ पर्व की शुरुआत की गई, जो दिन प्रति दिन बढ़ कर अब बड़े पैमाने पर मनाई जाने लगी है । शुक्रवार को व्रत धारी महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और अपने मनोकामना की पूर्ति हेतु सूर्य देव तथा छठ माई से प्रार्थना किया । जिला मुख्यालय के बलरामपुर चीनी मिल शिव मंदिर प्रांगण में व्रत धारी महिलाओं ने पूजन अर्चन किया। वहीं दुर्गा मंदिर पर स्थित सरोवर में पहुंचकर बड़ी संख्या में ब्रतधारी महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ देकर छठ माई का ऋतु फल भेंट कर पूजन अर्चन किया । झारखंडी मंदिर के पास बने पोखरे में भी बड़ी संख्या में पूजन अर्चन किया गया । शनिवार की भोर में उसी सरोवर पर उगते सूरज को अर्घ्य देने के बाद व्रत समाप्त होगा । सभी पूजन स्थल पर कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन होता नहीं दिखादेखा । ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे लोगों के अंदर से कोरोना का भय समाप्त हो चुका है। ज्यादातर लोग बगैर मास्क के पूजा कार्यक्रम में सम्मिलित हो रहे थे, जिनमें छोटे-छोटे बच्चे, वृद्ध, महिलाएं व पुरुष सभी शामिल हैं । जानकारों की मानें तो इतनी बड़ी लापरवाही खतरा भी उत्पन्न कर सकती है ।


तुलसीपुर संवाद सूत्र के अनुसार उपासना सूर्य की महापर्व छठ का विशेष तौर पर हर इच्छित मनोकामना के पूर्ण होने का व्रत पति और पुत्र के दीर्घायु होने की तथा समाज एवं जीवन में वैभव सुख शांति समृद्धि के साथ अखंड सौभाग्यवती रहने की मन में कामना के साथ भारत वर्ष सहित पूरे विश्व के कल्याण हो इस संकल्प के साथ शुक्रवार   को छठ पर्व पर ढ़लते सूर्य को अर्घ देने के लिए परिवार के पुरुष अपने सिर पर टोकरी जिसमें मौसमी फल सब्जी और सिंघाड़े के साथ पूजन की अन्य सामग्री के साथ समूचा गन्ने को लेकर तथा संध्या आराधना के लिए व्रतधारी महिलाएं जलते दीपक के साथ छठ माई के गीत गाते हुए नदी घाटों पर पहुँची। नदी घाटों के जल में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य से मंगलकामना के साथ अर्घ्य दिया। लोक आस्था छठ पूजा के पर्व पर घाटों पर हर तरफ व्रतधारी महिलाएं छठ माता के गीत गाते हुए जल में प्रवेश करते एवं साथ की महिलाएं उस गीत को दोरहने के साथ -2 व्रतधारी महिलाओं का जितना बन पड़ रहा था सहयोग करने में थी।नगर स्तिथी नई बाजार के गया प्रसाद तालाब एवं राम लीला पोखरे के साथ ही चीनी मिल स्तिथी नकटी नाले के तट पर नगर पंचायत द्वारा साफ सफाई की उचित व्यवस्था के साथ समूचे तलाब पर प्रकाश की उचित व्यवस्था की गई थी। नगर पंचायत अधिशाषी अधिकारी अनुरुद्ध कुमार ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइड लाइन को देखते हुए जनता को जागरूक करने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से कोरोना से सम्बंधित दिशा निर्देश को प्रसारित किया जा रहा है तथा  घाटों पर आने वाली महिलाओं को जागरूक करने के प्रयास किया जा रहा तथा घर में रहकर व्रत को पूरा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 

Below Post Ad

5/vgrid/खबरे