रजनीश /ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। आबादी के बीच नगर पालिका परिषद द्वारा नगर के कूड़े, कचरे को फेंकने एवं मरे हुए जानवरों को कूड़ों के साथ फेंक देने से फैल रही भीषण दुर्गंध के चलते ग्रामीणों का जीना मुहाल हो रहा है। ग्रामीण दुर्गंध के कारण खेतों का काम नहीं कर पा रहे हैं और उनकी रातों की नींद हराम है। इस संबंध में सकरौरा ग्रामीण के मजरा अहिरन पुरवा के करीब 4 दर्जन ग्रामीणों ने एसडीएम और डीएम को प्रार्थना पत्र भेजा है। ग्रामीणों में रामप्रसाद, यादव लाल, करिया, राकेश, जसवंत, रामदयाल, कुलवंत, राम तेज सिंह, राजू, राम सवारे, शिव प्रसाद, जगदीश प्रसाद, देवी प्रसाद, हरिराम, जगदंबा, महादेव सहित करीब 4 दर्जन ग्रामीणों ने डीएम को भेजे गए पत्र में कहा है कि महर्षि पतंजलि पॉलिटेक्निक व मातस्यकी उद्दमिता, कृषि महाविद्यालय सकरौरा ग्रामीण के पास नगर पालिका परिषद करनैलगंज द्वारा खुले में कूड़ा एवं मरे हुए मवेशियों को फेंकने से आस-पास के गांव में लोगों का जीना मुहाल हो गया है। भीषण दुर्गंध के चलते कृषि कार्य भी नहीं कर पा रहे हैं। लोग रातों में दुर्गंध के कारण सो नहीं पाते हैं। यहां तक की बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि करीब 6 माह पूर्व प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पॉलिटेक्निक का निरीक्षण करने पहुंचे थे वहां पर जिलाधिकारी व मंत्री से इसकी शिकायत की गई थी। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई और ग्रामवासी उसी दुर्गंध के बीच जीवन काटने को विवश हैं। ग्रामीणों ने कूड़ा अड्डा बदलने एवं दुर्गंध वाले कूड़े को हटवाने की मांग की है।
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