गिरवर सिंह
झांसी:उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा वन महोत्सव के अवसर पर ऐतिहासिक नगरी झांसी की पहुंज नदी पर स्थित सिमरधा डैम के पास वृक्षारोपण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
झांसी के लिए पहुंज नदी एवं सिमरधा डैम सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। नदी पर बना हुआ सिमरधा डैम जलापूर्ति का मुख्य स्रोत है तथा इस डैम से निकली विभिन्न नहरों से लगभग तीस ग्रामों में सिंचाई की जाती है।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वन महोत्सव प्रकृति के उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। हमारी समृद्ध संस्कृति व परम्परा में पेड़-पौधों सभविशिष्ट स्थान प्राप्त है। भारतीय संस्कृति में वृक्षों को अत्यन्त पूजनीय माना जाता है। पीपल वनस्पति जगत में सर्वश्रेष्ठ है। नीम, आंवला, बरगद आदि वृक्ष औषधीय गुणों का भण्डार होने के साथ-साथ मानव सेहत को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वृक्ष के आसपास रहने से जीवन में मानसिक संतुलन और संतुष्टि मिलती है।
विगत वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने पच्चीस करोड़ पौधे रोपित कराया था। इस वर्ष वन महोत्सव के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तीस करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित है। आज 4 जुलाई को पच्चीस करोड़ पौधे एक दिन में ही लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शेष पांच करोड़ पौधे पूरे जुलाई माह के दौरान लगाये जायेंगे । कार्यक्रकार्यक्रम के उपरांत महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल को जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
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