वासुदेव यादव
अयाेध्या। कनक भवन परिसर स्थित लालसाहब दरबार मन्दिर में आषाढ़ कृष्ण षष्ठी पर भव्य फूल-बंगला झांकी सजायी गई।
इस फूल-बंगले में लालसाहब सरकार बिराज रहे थे। जिनका दर्शन कर भक्तगण धन्य हुए। उत्सव से पूरा मंदिर परिसर आहलादित रहा। झांकी में माेगरा, गुलाब, गेंदा समेत अन्य सुंदर व सुगंधित पुष्प उपयाेग में लाए गए थे। जिनसे भगवान का गर्भगृह सजा रहा। गर्भगृह की मनाेरमता देखते हुए बन रही थी। श्रद्धालुगण झांकी का दर्शन करने बरबस खिंचे चले आ रहे थे। उनमें गजब का उत्साह देखने काे मिला, जाे आहलादित हाेकर खुशी से झूमने काे मजबूर रहे। अयाेध्या के नामचीन कलाकारों ने आज फूल-बंगले राजे पिया प्यारी जू..., फूलाें में सजे लाल जू बिहारी... आदि झांकी के पद्य गाकर लाेगाें काे मंत्रमुग्धकर दिया। इस अवसर पर मंदिर के महंत रामनरेशशरण महाराज ने कहा कि आषाढ़ कृष्ण षष्ठी पर आश्रम में फूल-बंगला झांकी सजायी गई। झांकी की परम्परा मंदिर में दादा गुरू के समय से चली आ रही है। जिसे हमारे गुरूदेव महंत जानकीशरण महाराज ने आगे बढ़ाया। उनके बाद अब मैं इस परम्परा काे आगे बढ़ा रहा हूं। उन्हाेंने कहा कि गर्मी के माैसम में भगवान काे शीतलता प्रदान करने के लिए फूल-बंगला झांकी का आयाेजन किया जाता है, जिससे ठाकुरजी काे ठंडक मिल सके। पुष्प शीतलता प्रदान करते हैं। उसी उद्देश्य से मंदिर में फूल-बंगला झांकी सजायी गई। झांकी का आयाेजन जयपुर के भक्त भरतलाल द्वारा किया गया। फूल-बंगला झांकी के माैके पर सियावल्लभ कुंज महंत हनुमानदास, वेणीमाधव आश्रम महंत रामस्वरूप फलाहरी, अवधेश ओझा समेत अन्य संत-महंत व भक्तगण उपस्थित रहे।
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