कमलेश जायसवाल
खमरिया खीरी:प्रदेश सरकार द्वारा घर-घर में पानी पहुंचाने का वायदा प्रत्येक मंच से किया जा रहा है। लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का दावा भी किया जा रहा है।
मगर ईसानगर क्षेत्र में हकीकत कौसों दूर है। बारिश व बाढ़ से राहत मिलने के बाद से बन्द पड़े हैंड पम्पों की वजह से ग्रामीण बूंद-बूंद शुद्ध पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मगर जिम्मेदार विभाग के अफसर ग्रामीण अंचल में पेयजल उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहे।
ईसानगर ब्लॉक मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर बसे गांव दुर्गापुर पड़री में पौन दर्जन हैंड पम्प खराब होने के चलते करीब पांच सौ की आबादी के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा।
गाँव मे लगे करीब पौन दर्जन हैंडपंप ने पानी देना बंद कर दिया या फिर जर्जर हो गए है जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
जिसके चलते पिछले करीब एक माह से लोग एक-एक बूंद शुद्ध पानी के लिए ब्लॉक के चक्कर लगा रहे है बावजूद ज़िम्मेदार ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे।
इस दौरान गांव के विपिन मिश्रा ने खंड विकास अधिकारी व एडीओ को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि उनके गांव में मैकू लाल,सोनू अवस्थी,हरिओम अवस्थी,मौजीलाल,नरेश विश्वकर्मा,पलटू शाह समेत उमेश कुमार दीक्षित व अन्य कुछ लोगों के घरों के आस पास लगे हैंड पम्पों की हालत जर्जर है।
जिसमें से कुछ की मरम्मत करने व कुछ रिबोर न होने की वजह से पानी नहीं दे रहे है। इस बाबत उन लोगों ने ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी को काफ़ी दिन पहले ही अवगत कराया था पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया।
जिसकी वजह से लोगों को शुद्ध पानी के लाले पड़ रहे है। गांव में जो हैंड पम्प बन्द पड़े है उनके आस पास फैली गंदगी स्वच्छ भारत मिशन की पोल खोल रही है।
नलों के पास फैली गंदगी से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता कि गांव से लेकर ब्लॉक पर तैनात ज़िम्मेदार गावों में स्वच्छता को लेकर कितने गंभीर है। इस बाबत जब एडीओ पंचायत सुनील कुमार मौर्य से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।
फ़िलहाल कुछ भी हो दुर्गापुर पड़री में उत्त्पन्न हुई शुद्ध पेयजल को लेकर ग्रामवासियों में आक्रोश व्याप्त है।
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