रजनीश/ज्ञान प्रकाश
गोण्डा। गुरुवार को तेज हवा के झोंकों ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी है।
खेतों में सरसों की लहलहाती फसल तेज हवाओं के चलते गिर रही है। जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
हवाओं का रुख देखकर किसान चिंता में हैं। जैसा कि बुधवार की शाम से शुरू हुई तेज हवाएं गुरुवार पूरे दिन चलती रही और ठंडक भी काफी अधिक बढ़ गई।
उधर तेज हवाओं के चलते खेतों में खड़ी तिलहन की फसल गिरने लगी है। हवा के झोंके से सरसों के पेड़ में लगे फूल गिर रहे हैं।
जिससे फसल का नुकसान होने की संभावना दिखाई दे रही है। किसानों में पराग दूबे, सरदार अवतार सिंह, मटरू सिंह, सुखदेव, रामचंदर, जवाहरलाल, राजाराम, रामजीवन आदि का कहना है कि तिलहन की फसल की बुवाई पहले कर दी गई थी और खेतों में फसल पूरी तरह खड़ी है।
खेतों को दूर से देखने पर पीले फूलों से खेत हरे-भरे दिखाई दे रहे हैं। मगर 2 दिनों से चल रही तेज हवा से फसल को भारी नुकसान पहुंच रहा है।
फसल में लगे फूल गिर रहे हैं फसलें गिर रही हैं बड़े पौधे हवा के झोंके रोक नहीं पा रहे हैं और वह खेतों में गिर रहे हैं।
जिससे फसल का नुकसान अधिक होने की संभावना है। तमाम ऐसे किसान हैं जिनके खेतों में गेहूं की फसल खड़ी है और बालियां निकलने लगी है।
फसल बड़ी होने के कारण गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है।
तेज हवा के झोंकों से चिंतित किसान अपनी फसल के लिए परेशान दिखाई दे रहे हैं अगर इसी तरह मौसम खराब रहा तो फसल को नुकसान पहुंच सकता है।
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